Move to Jagran APP

एसकेपुरी के रैन बसेरे में नहीं पहुंचे ठहरने व भोजन करने वाले

यह एसकेपुरी का रैन बसेरा है। दोपहर के तीन बज रहे हैं। अबतक यहां कोई नहीं पहुंचा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 01:34 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 06:07 AM (IST)
एसकेपुरी के रैन बसेरे में नहीं पहुंचे ठहरने व भोजन करने वाले

पटना। यह एसकेपुरी का रैन बसेरा है। दोपहर के तीन बज रहे हैं। पटना नगर निगम सामुदायिक भवन को रैन बसेरे में तब्दील कर दिया गया है। परिसर में सन्नाटा। सामुदायिक भवन बंद। अंदर बिस्तर लगे हुए हैं। 50 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि हमलोग तैयार हैं। लोग आकर ठहरें। लोगों को भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा। यहां एक भी व्यक्ति ठहरने और न ही भोजन करने के लिए पहुंचा।

loksabha election banner

वार्ड 41 के कुनकुन सिंह लेन आश्रय स्थल (साइंस कॉलेज के पास) में 25 बेड की व्यवस्था है। यहां दस लोग पहुंचे। पकड़-पकड़ कर ले जाया गया। मुख्य सड़क पर होने के कारण दूर वाले नहीं पहुंच पा रहे हैं। वार्ड 44 का मलाही पकड़ी आश्रय स्थल 50 बेड का है। यहां 30 रुपये प्रति प्लेट की दर से पहले भोजन मिलता था। अब ठहरने और भोजन दोनों की सुविधा मुफ्त है। यहां चहल-पहल रही। गायघाट, कंकड़बाग सहित कई स्थानों पर लोग भोजन करने के लिए पहुंचे।

सभी रैन बसेरों में लोगों के ठहरने, खाने-पीने, शौचालय आदी का प्रबंध फिजिकल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन कराने की व्यवस्था कराई गई है। शौचालयों, कमरों एवं परिसर में कीटनाशक एवं ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव एवं फॉगिग भी कराई जा रही है। अपर नगर आयुक्त (योजना) देवेंद्र प्रसाद तिवारी एवं सिटी मिशन मैनेजर उपस्थित थे। निगम अधिकारियों का कहना है की जानकारी के अभाव में सड़कों पर रहने वाले लोग नहीं पहुंचे हैं। लोग आएं। भोजन और ठहरने की व्यवस्था है। संख्या बढ़ने पर अन्य जगहों पर व्यवस्था की तैयारी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.