पंचायत चुनाव में बड़ा खेल! हारने वाले को दिया जीत का प्रमाणपत्र, सारण डीएम से आयोग ने मांगी रिपोर्ट
पंचायत चुनाव से जुड़ी सनसनीखेज शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) सह जिलाधिकारी को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। डीएम ने इस मामले में डीटीओ को जांच करने का निर्देश दिया है।
छपरा, जागरण संवाददाता। पंचायत चुनाव में गलत दस्तावेज जमाकर गड़खा प्रखंड में वार्ड सदस्य का चुनाव लडऩे और हारने के बाद भी प्रमाणपत्र दे देने की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग से की गई है। इस संबंध में गडख़ा प्रखंड के महम्मदपुर निवासी वैद्यनाथ प्रसाद साह ने राज्य निर्वाचन आयोग को आवेदन देकर उपमुखिया का चुनाव रोकने की मांग की है। निर्वाचन आयोग को दिए आवेदन में वैद्यनाथ प्रसाद साह ने कहा है कि महम्मदपुर पंचायत के वार्ड चार से पंचायत सदस्य पद से चुनाव लड़ा था। मेरे प्रतिद्वंद्वी कृष्णा पंडित (पिता-एकारसी पंडित) द्वारा गलत नामांकन पत्र दाखिल कर चुनाव लड़ा गया। उनका नामांकन किसुन साह पिता विजाधर साह के नाम से दाखिल किया गया है और फोटो में कृष्णा पंडित दिखते हैं।
शिकायतकर्ता ने बताया कि किसुन साह के प्रस्तावक शिवजी साह पिता विश्वनाथ साह हैं। शिवजी साह का नाम वार्ड संख्या चार की मतदाता सूची में भी नहीं है। इसमें आरक्षित श्रेणी के लिए जाति प्रमाणपत्र भी नहीं लगा है, जो अभी राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर अपलोड है। इसके बाद भी उनका नामांकन पत्र रद नहीं किया गया है। 10 अक्टूबर 2021 को मतगणना में कृष्णा पंडित को 37 मत व वैद्यनाथ प्रसाद साह को 118 मत मिले, लेकिन वहां प्रमाणपत्र मांगने पर कहा गया कि प्रमाणपत्र प्रखंड कार्यालय पर मिलेगा।
- फर्जी दस्तावेज दिखा लड़ा चुनाव, हारने के बाद भी मिला जीत का प्रमाणपत्र
- शिकायतकर्ता वैद्यनाथ प्रसाद साह का दावा, डीएम ने दिया जांच का आदेश
- निर्वाचन आयोग की साइट पर विजेता का नामांकन फार्म अपलोड नहीं
हारने वाले को दे दिया गया प्रमाणपत्र
इस बीच प्रमाणपत्र मुझे न देकर हारे हुए कृष्णा पंडित को दे दिया गया। शिकायतकर्ता ने राज्य निर्वाचन आयोग एवं गडख़ा के निर्वाची पदाधिकारी को आवेदन पत्र देकर उप मुखिया का चुनाव नहीं कराने एवं पूरे मामले की जांच करने की मांग की है। राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) सह जिलाधिकारी को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। डीएम ने इस मामले में डीटीओ को जांच करने का निर्देश दिया है।