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बिहार में स्टार्टअप में आएगी तेजी, उद्यमी रहें तैयार, 48 एंटरप्रेन्योर को मिली 10 लाख की राशि

विभाग की ओर से आवेदकों को कॉल किया जा रहा है। जल्द जारी होगी राशि । 10 लाख का मिलता है ब्याजमुक्त ऋण। 16683 आवेदन आए हैं अभी तक। 14518 की पूरी हो चुकी है स्क्रीनिंग। 79 आवेदकों को मिली पहली किस्त । 106 आवेदकों को मिल गया है सर्टिफिकेट

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 03:45 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 03:45 PM (IST)
उद्योग विभाग स्टार्टअप के लिए कॉल कर रहा,सांकेतिक तस्‍वीर ।

पटना, राज्य ब्यूरो । बिहार के उद्यमी फिर से तैयार हो जाएं। कोरोना और चुनावों के कारण आई सुस्ती अब छंटने वाली है। उद्योग विभाग स्टार्टअप के आवेदनों को प्राथमिकता के आधार पर निबटाने के काम में जुट गया है। स्टार्टअप के लिए अभी तक 16,683 आवेदन आए हैं, जिनमें से 14,518 की स्क्रीनिंग हो चुकी है। इसके आधार पर चुने गए आवेदकों को विभाग की ओर से बाकायदा फोन कर संबंधित इंक्यूबेशन सेंटर में संपर्क करने को कहा जा रहा है।

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उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक (तकनीकी) बलराम सिंह ने बताया कि अभी तक 48 एंटरप्रेन्योर को दस साल के लिए 10 लाख रुपये का ब्याजमुक्त ऋण दिया जा चुका है। इसके अलावा 79 आवेदकों को पहली किस्त के रूप में पांच लाख रुपये तक की राशि दी गई है। स्टार्टअप के 106 आवेदकों को सर्टिफिकेट मिल गया है, जिनको जल्द ही पहली किस्त की राशि दी जाएगी। इसके अलावा 34 आवेदकों को सर्टिफिकेट के लिए बुलाया गया है।

16 इंक्यूबेशन सेंटर

स्टार्टअप आवेदकों का आइडिया पसंद आने पर विभाग उन्हें संबंधित इंक्यूबेशन सेंटर से टैग कर देता है। यहां वह एक्सपर्ट के साथ मिलकर अपने आइडिया पर काम करते हैं। इसके लिए प्रति एंटरप्रेन्योर इंक्यूबेशन सेंटर को दो लाख रुपये की राशि दी जाती है। फिलहाल आइआइटी, एनआइटी, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, बिहार इंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन, उपेंद्र महारथी शिल्प संस्थान, निफ्ट समेत 16 इंक्यूबेशन सेंटर हैं।

नए आवेदन भी किए जा रहे स्वीकार

पुराने आवेदनों के निबटारे के साथ उद्योग विभाग स्टार्टअप के लिए नए आवेदन भी स्वीकार कर रहा है। एंटरप्रेन्योर अपना यूनिक आइडिया विभाग की वेबसाइट पर अपलोड कर सकते हैं। स्क्रीनिंग के बाद उनसे संपर्क किया जाएगा।

यह है प्रक्रिया

- उद्योग विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करें अपना आइडिया

- स्क्रीनिंग के बाद विभाग के पदाधिकारी ई-मेल से देंगे जानकारी

- संबंधित इंक्यूबेशन सेंटर के साथ आइडिया पर करना होगा काम

- स्टार्टअप इंवेस्टमेंट एडवाइजरी कमेटी (एसआइएसी) देगा स्वीकृति

- एसआइएसी से स्वीकृति के बाद मिलेगा सर्टिफिकेट, फिर मिलेगी राशि


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