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बिहार के अंदर भी चलने लगीं स्‍पेशल ट्रेनें, लंबे अंतराल के बाद सीटी की आवाज सुन गांव वाले हो रहे रोमांचित

बिहार के अंदर भी अब स्‍पेशल ट्रेन चलने लगी है। कैमूर से कटिहार तक की यात्रा तय कर रही है। लंबे अंतराल के बाद सीटी की आवाज सुन गांव वाले हो रहे रोमांचित। फूलों की बारिश से स्‍वागत।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Wed, 13 May 2020 06:43 PM (IST)Updated: Wed, 13 May 2020 06:43 PM (IST)
बिहार के अंदर भी चलने लगीं स्‍पेशल ट्रेनें, लंबे अंतराल के बाद सीटी की आवाज सुन गांव वाले हो रहे रोमांचित
बिहार के अंदर भी चलने लगीं स्‍पेशल ट्रेनें, लंबे अंतराल के बाद सीटी की आवाज सुन गांव वाले हो रहे रोमांचित

कैमूर, जेएनएन। दूसरे प्रदेशों से आ रहे प्रवासियों के लिए बिहार के अंदर भी अब स्‍पेशल श्रमिक ट्रेन चलने लगी है। फिलहाल अभी एक रूट कैमूर से कटिहार तक के लिए यह ट्रेन दी गई है। लंबे अंतराल के बाद सिटी की आवाज सुन गांव वाले रोमांचित हो रहे हैं। बुधवार को भी फूलों की बारिश कर ट्रेन को रवाना किया गया। 1400 प्रवासियों को लेकर आज ट्रेन रवाना हुई। मंगलवार को लॉकडाउन में पहली श्रमिक ट्रेन खुली। इसमें 1320 यात्रियों ने सफर तय किये। उधर, लंबे अंतराल के ट्रैक के सीमावर्ती गांवों में सीटी की आवाज सुन लोग रोमांचित हो उठे। 

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परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि ट्रेन का परिचालन कैमूर के कर्मनाशा स्टेशन से किया गया है। इसका ठहराव दानापुर, बरौनी और कटिहार जंक्शन पर हुआ। पहले दिन ट्रेन 1320 यात्रियों को लेकर चली, जिसमें दानापुर में 396, बरौनी में 415 और कटिहार स्टेशन पर 532 श्रमिक उतरे। ट्रेन कर्मनाशा स्टेशन से सुबह  9.30 बजे रवाना हुई और दानापुर 12.35 बजे, बरौनी दोपहर तीन बजे और कटिहार शाम छह बजे पहुंची।

वहीं, बुधवार को भी जिले के कर्मनाशा में बिहार-उत्तर प्रदेश की सीमा पर पहुंचने वाले प्रवासियों को ट्रेन से भिजवाने का कार्य जारी है। दूसरे दिन भी 1400 प्रवासियों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। कर्मनाशा रेलवे स्टेशन से ट्रेन को जिला प्रशासन के पदाधिकारियों के साथ पुलिस जवान व समाजसेवियों ने फूलों की वर्षा और ताली बजा कर रवाना किया। 

प्रवासियों को लेकर गई ट्रेन में कुल 20 बोगियां लगाई गई हैं। स्लीपर बोगी में 80 और जनरल बोगी में 40 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। यह ट्रेन कर्मनाशा रेलवे स्टेशन से खुलकर दानापुर व बरौनी होते हुए कटिहार जंक्शन तक गई। ट्रेन से प्रवासियों को रवाना करने के पहले जिला प्रशासन ने सभी के स्वास्थ्य की जांच कराई। इसके बाद रजिस्ट्रेशन कर उन्हें कार्ड दिया गया।

बता दें कि किसी प्रवासी को ट्रेन में या फिर ट्रेन से उतरने के बाद कोई परेशानी न हो,  इसके लिए कार्ड दिया जा रहा है। जिससे उनकी गंतव्य तक यात्रा पूरी हो सके। जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने ट्रेन की बोगियों को हरा, पीला व लाल तीन जोन में बांटकर प्रवासियों को कार्ड वितरित कराया। हरा कार्ड कटिहार जंक्शन, पीला कार्ड बरौनी व लाल कार्ड दानापुर जंक्शन पर उतरने वाले प्रवासियों को दिया गया। अपने जंक्शन के अनुसार टिकट लेकर प्रवासी ट्रेन की बोगी के पास पहुंचे। जहां कार्ड दिखाने पर उन्हें ट्रेन में बिठाया गया। इस दौरान कर्मनाशा स्टेशन परिसर की चारों तरफ से बैरिकेडिंग की गई। डीएम के साथ एसपी दिलनवाज अहमद ने भी सभी बोगियों के पास पहुंचकर प्रत्येक प्रवासी से खाने-पीने के बारे में जानकारी ली।

डीएम ने बताया कि मंगलवार को 32 जिलों के 1320 प्रवासी ट्रेन से भेजे गए थे। बुधवार को भी 32 जिलों के 1400 प्रवासियों को दूसरी ट्रेन से भेजा गया। उन्होंने बताया कि तीसरी ट्रेन शाम छह बजे रवाना हुई। उसमें नौ जिलों के प्रवासियों को भेजा गयाा 


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