पटना के सरकारी स्कूलों में आएगा नया सवेरा, चॉक और पेन-पेंसिल के बिना पढ़ेंगे बच्चे
राजधानी के सरकारी स्कूलों के बच्चे भी अब निजी स्कूलों की तर्ज पर स्मार्ट क्लास में पढ़ेंगे। कांवेंट की तरह यहां भी बच्चे कंप्यूटर पर ई-लर्निंग और डिजिटल बुक से पढ़ाई कर स्मार्ट बने
By Edited By: Published: Sat, 08 Jun 2019 09:36 PM (IST)Updated: Sun, 09 Jun 2019 08:30 AM (IST)
पटना, जेएनएन। राजधानी के सरकारी स्कूलों में टूटे ब्लैक बोर्ड, धूल भरी बेंच और क्लासरूम अब बीते दिनों की बात हो जाएगी। पटना स्मार्ट सिटी सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए एक नया सवेरा लेकर आया है। राजधानी के सरकारी स्कूलों के बच्चे भी अब निजी स्कूलों की तर्ज पर स्मार्ट क्लास में पढ़ेंगे। कांवेंट की तरह यहां भी बच्चे कंप्यूटर पर ई-लर्निंग और डिजिटल बुक से पढ़ाई कर स्मार्ट बनेंगे।
अब चॉक, ब्लैक बोर्ड को छोड़ प्रोजेक्टर के जरिए सरकारी शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे। वहीं बच्चे पेन-पेंसिल और किताब से नहीं बल्कि बड़े स्क्रीन पर फिल्म की तरह सभी विषयों की पढ़ाई करेंगे। इसके लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत तेजी से काम चल रहा है। वैसे तो राजधानी के सभी सरकारी स्कूलों में स्मार्ट सिटी लिमिटेड यह व्यवस्था करेगी। लेकिन प्रथम चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बांकीपुर गर्ल्स स्कूल से इसकी शुरुआत होगी।
15 अगस्त तक पूरा करना है प्रोजेक्ट
15 अगस्त तक प्रोजेक्ट को पूरा करना है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत सरकारी स्कूलों में हाईटेक पद्धति से पढ़ाई की व्यवस्था कराने के लिए स्मार्ट क्लास बनाने की मंजूरी मिली है। इसमें सबसे पहले बांकीपुर गर्ल्स स्कूल का चयन किया गया है। यहां के पांच क्लास को स्मार्ट क्लास में तब्दील किया जाएगा। जिसमें सेकेंड्री और हायर सेकेंड्री के कक्षा शामिल हैं। छठी, नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं क्लास के बच्चों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। स्मार्ट क्लास के द्वारा बच्चों को उनका पूरा सिलेबस ऑडियो, वीडियो और ग्राफिक यानी मल्टीमीडिया के द्वारा पढ़ाया जाएगा।
बच्चे पढ़ेंगे डिजिटल बुक
साथ ही बच्चे कंप्यूटर लैब में डिजिटल बुक पढ़ सकेंगे और नई-नई तकनीक की जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके लिए क्लासरूम में कंप्यूटर लैब, वाईफाई प्रोजेक्टर, स्क्रीन समेत अन्य संसाधन लगाए जाएंगे। जहां बच्चे बिना किताबों के ही पढ़ाई करेंगे। कोर्स समेत अन्य आवश्यक किताबें डिजिटल रूप में अपलोड रहेंगी। एक क्लिक पर सभी जानकारी उनके सामने होगी। स्मार्ट क्लास से बच्चों को काफी फायदा मिलेगा। वीडियो के द्वारा यानी फिल्म देखने की तरह बच्चे पढ़ाई कर आसानी से ज्ञान -विज्ञान की बातों को समझेंगे और ग्रहण कर सकेंगे। रटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अब चॉक, ब्लैक बोर्ड को छोड़ प्रोजेक्टर के जरिए सरकारी शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे। वहीं बच्चे पेन-पेंसिल और किताब से नहीं बल्कि बड़े स्क्रीन पर फिल्म की तरह सभी विषयों की पढ़ाई करेंगे। इसके लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत तेजी से काम चल रहा है। वैसे तो राजधानी के सभी सरकारी स्कूलों में स्मार्ट सिटी लिमिटेड यह व्यवस्था करेगी। लेकिन प्रथम चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बांकीपुर गर्ल्स स्कूल से इसकी शुरुआत होगी।
15 अगस्त तक पूरा करना है प्रोजेक्ट
15 अगस्त तक प्रोजेक्ट को पूरा करना है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत सरकारी स्कूलों में हाईटेक पद्धति से पढ़ाई की व्यवस्था कराने के लिए स्मार्ट क्लास बनाने की मंजूरी मिली है। इसमें सबसे पहले बांकीपुर गर्ल्स स्कूल का चयन किया गया है। यहां के पांच क्लास को स्मार्ट क्लास में तब्दील किया जाएगा। जिसमें सेकेंड्री और हायर सेकेंड्री के कक्षा शामिल हैं। छठी, नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं क्लास के बच्चों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। स्मार्ट क्लास के द्वारा बच्चों को उनका पूरा सिलेबस ऑडियो, वीडियो और ग्राफिक यानी मल्टीमीडिया के द्वारा पढ़ाया जाएगा।
बच्चे पढ़ेंगे डिजिटल बुक
साथ ही बच्चे कंप्यूटर लैब में डिजिटल बुक पढ़ सकेंगे और नई-नई तकनीक की जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके लिए क्लासरूम में कंप्यूटर लैब, वाईफाई प्रोजेक्टर, स्क्रीन समेत अन्य संसाधन लगाए जाएंगे। जहां बच्चे बिना किताबों के ही पढ़ाई करेंगे। कोर्स समेत अन्य आवश्यक किताबें डिजिटल रूप में अपलोड रहेंगी। एक क्लिक पर सभी जानकारी उनके सामने होगी। स्मार्ट क्लास से बच्चों को काफी फायदा मिलेगा। वीडियो के द्वारा यानी फिल्म देखने की तरह बच्चे पढ़ाई कर आसानी से ज्ञान -विज्ञान की बातों को समझेंगे और ग्रहण कर सकेंगे। रटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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