ंइंफ्रास्टक्चर को दुरुस्त कर पटना बनेगा स्मार्ट सिटी
राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने का अभियान अब पटनाइट्स का ड्रीम प्रोजक्ट बन चुका है।
पटना। राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने का अभियान अब पटनाइट्स का ड्रीम प्रोजक्ट बन चुका है। सबकी इच्छा है कि पटना को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल जाए। इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कोई लोगों को सिविक सेंस पर ध्यान देने की बात कह रहा है तो कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने की। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जो बातें चर्चा में हैं उसके मुताबिक लोगों में सिविक सेंस का अभाव पटना को स्मार्ट सिटी की राह की रुकावट तो है ही, इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी भी बड़ी समस्या है। इस पर काम करना होगा।
जागरण के फेसबुक पेज पर अपना विचार रखते पटना की अमृता सिंह कहती हैं- स्मार्ट सिटी मुहिम से पहले पटना के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर वर्क करना जरूरी है। मोहल्लों-गलियों में ना सही रोड हैं और ना स्ट्रीट लाइट। मेन होल खुले हैं, गंदगी का अंबार लगा है। सरकार को पहले इन बेसिक बातों पर काम करना चाहिए, तब ही पटना बन पाएगा स्मार्ट सिटी।
आकाश सिंह का कहना है कि पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जल निकासी की व्यवस्था, अतिक्रमण की समस्या, स्वच्छ सड़कें,स्वच्छ पानी, भरपूर बिजली एवं नए कॉलेजों की उपलब्धता पर ध्यान देना चाहिए।
जागरण के वाट्सएप पर अपना विचार रखने वाले कई लोगों का कहना है कि स्मार्ट सिटी की उम्मीद बंधी है यह अच्छी बात है लेकिन सबसे जरूरी है कि नालों की सफाई हो, सड़कें चकाचक हों। अभी बारिश के मौसम में गलियों की जो हालत है वह कहीं से भी एक स्तरीय शहर की नहीं लगतीं। कंकड़बाग के राजीव कुमार, पूर्वी लोहानीपुर के कमल कुमार, राजीव नगर की रिया कुमारी आदि का कहना है कि नगर निगम को ईमानदारी से शहर की सूरत बदलने का प्रबंध करना चाहिए। आमलोगों को भी इस अभियान में सहभागी बनना होगा तभी राजधानी स्मार्ट सिटी बन पाएगी।