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गर्मी व नमी की मार, बढ़ी चर्म रोगियों की संख्या

लगातार बारिश से वातावरण में बढ़ी नमी और जलजमाव से पीएमसीएच के चर्म रोग विभाग में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सोमवार को 554 लोग चर्म रोग विभाग की ओपीडी पहुंचे। इसके अलावा मेडिसिन ईएनटी न्यूरो मेडिसिन शिशु रोग हड्डी रोग और जनरल सर्जरी विभाग में मरीजों की संख्या बढ़ी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 02:45 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 02:45 AM (IST)
गर्मी व नमी की मार, बढ़ी चर्म रोगियों की संख्या

पटना । लगातार बारिश से वातावरण में बढ़ी नमी और जलजमाव से पीएमसीएच के चर्म रोग विभाग में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सोमवार को 554 लोग चर्म रोग विभाग की ओपीडी पहुंचे। इसके अलावा मेडिसिन, ईएनटी, न्यूरो मेडिसिन, शिशु रोग, हड्डी रोग और जनरल सर्जरी विभाग में मरीजों की संख्या बढ़ी है।

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टीनिया के रोगी सबसे अधिक

चर्म रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. अभिषेक झा ने बताया कि हर वर्ष इस समय तक चर्म रोगियों की संख्या काफी कम हो जाती थी। इस वर्ष अनलाक के बाद से जो रिकार्ड मरीज आने शुरू हुए, अबतक जारी है। शुरुआत में ऐसे रोगियों की संख्या अधिक थी, जिनकी दवा लाकडाउन के कारण बंद हो गई थी। अब लगातार बारिश से टीनिया यानी रिगवर्म के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।

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उल्टे कर धूप में सुखाएं कपड़े

डा. अभिषेक झा ने बताया कि चर्म रोगों से बचाव के लिए जरूरी है कि शरीर को सूखा रखा जाए। दो बार स्नान करें तथा सूती एवं हल्के रंग के कपड़े पहनें। इसके साथ ही ज्यादा नमी वाली जगहों पर एंटीफंगल पाउडर लगाया जाए। चर्म रोगी अपनी तौलिया अलग रखें और चादर हर दूसरे दिन धोते रहें। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति अपने कपड़े उल्टे करके सुखाएं ताकि धूप लगने से जो फंगस हों वे खत्म हो जाएं।

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विभाग- मरीजों की संख्या

- चर्म एवं रति रोग- 544

-मेडिसिन - 324

- ईएनटी- 229

- न्यूरो मेडिसिन-, 227

-शिशु रोग- 167

- हड्डी रोग- 162

- जनरल सर्जरी- 117

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वायरल बुखार का कहर थमा, 24 घंटे में एक बच्चा भर्ती

प्रदेश में वायरल बुखार का कहर अब थमने लगा है। मंगलवार को सिर्फ पीएमसीएच की इमरजेंसी में एक वायरल पीड़ित बच्चे को भर्ती कराया गया। एम्स, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में कोई नया वायरल पीड़ित भर्ती नहीं किया गया है। वहीं एनएमसीएच से एक और पीएमसीएच से तीन बच्चे स्वस्थ होकर घर गए हैं।

एनएमसीएच के अधीक्षक डा. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि वायरल संक्रमण के मामलों में अब कमी आनी शुरू हो गई है। मंगलवार शाम तक यहां 22 बच्चों का इलाज चल रहा था। कुल 42 बच्चे स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। विगत कई दिनों बाद मंगलवार को एनएमसीएच में किसी बच्चे की वायरल बुखार से मौत नहीं हुई है।

पीएमसीएच की ओपीडी में 147 बच्चे इलाज कराने पहुंचे। इनमें से 15 मौसमी बुखार के रोगी थे। इनमें से एक बच्चे में वायरल निमोनिया के लक्षण दिखने पर उसे इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। निकू या पिकू में किसी बच्चे को भर्ती नहीं किया गया है।

आइजीआइएमएस की ओपीडी में 50 बच्चे पहुंचे लेकिन उनमें कोई गंभीर नहीं था। ऐसे में सभी को दवाएं देकर घर भेज दिया गया। एम्स की ओपीडी में 10 बच्चे वायरल संक्रमित पहुंचे लेकिन गंभीर लक्षण नहीं होने के कारण किसी को भर्ती नहीं करना पड़ा।


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