सीता साहू ही रहेंगी पटना नगर निगम की मेयर, विरोध में पड़े मात्र चार मत
पटना नगर निगम की महापौर की कुर्सी पर सीता साहू बनीं रहेंगी। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में दोपहर 12.30 बजे अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक में दोबार सीता साहू के नाम पर मुहर लग गई।
पटना, जेएनएन। पटना नगर निगम की महापौर की कुर्सी पर सीता साहू बनीं रहेंगी। पार्षदों ने इसके लिए शुक्रवार को फैसला ले लिया। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में दोपहर 12.30 बजे अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक में दोबार सीता साहू के नाम पर मुहर लग गई। मेयर के विरोध में सिर्फ चार वोट पड़े। जबकि सीता साहू को हटाने के लिए 38 वोट की आवश्यकता थी। विपक्षी पार्षदों ने बैठक से पहले ही वॉकआउट कर दिया था।
शारीरिक दूरी के पालन को ध्यान में रख सीटिंग अरेजमेंट
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एसके मेमोरियल हॉल में पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू के विरुद्ध लाए गए अविश्वास पर विशेष बैठक हुई। इस दौरान शारीरिक दूरी के पालन में विशेष ध्यान रखा गया। दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती रही।
पिछले अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े थे सिर्फ दो मत
महापौर सीता साहू के दो वर्ष के कार्यकाल पूरा करने के बाद विरोधियों ने 26 पार्षदों के हस्ताक्षर से अविश्वास प्रस्ताव लाया था। तीन जुलाई 2019 को अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक हुई। पक्ष में सिर्फ दो मत पड़े थे। विरोधी गुट कानेतृत्व कर रहे विनय कुमार पप्पू ने इस विशेष बैठक में भाग नहीं लिया था। इस बार कोरोना संक्रमण से संक्रमित होने के कारण वे होम आइसोलेशन में हैं।
सीता साहू के साथ दो वर्ष तक थे डिप्टी मेयर पप्पू
सीता साहू से पटरी नहीं बैठने पर विनय कुमार पप्पू को डिप्टी मेयर की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। वे कुर्सी से हटने के बाद दूसरी बार सीता साहू को हटाने के अभियान में जुटे हैं। सीता साहू तीन वोट से रजनी देवी को परास्त कर 2017 में पटना नगर निगम की पहली महिला मेयर बनीं।
दो पार्षद हैं कोरोना पॉजिटिव
वार्ड 28 के पार्षद सह पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू कोरोना संक्रमण से संक्रमित हो गए हैं। फिलहाल वे होम क्वारंटाइन हैं। वार्ड 60 के पार्षद विनोद कुमार पारस अस्पताल में भर्ती हैं। मतदान के लिए विनय कुमार पप्पू ने नगर आयुक्त से ऑप्शनल बैलेट पेपर निर्गत करने की मांग की थी।