बिहार के एक मुस्लिम युवक के लिए नीतीश कुमार ने लिखी चिट्ठी, सिक्किम सरकार ने मान ली बात
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर सिक्किम की सरकार ने अपने नियम को शिथिल कर बिहार के अनुरोध का ख्याल किया। सिक्किम के गंगटोक में कोरोना से किशनगंज के एक अल्पसंख्यक समाज के व्यक्ति की मौत के बाद उनका शव उनके स्वजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया।
राज्य ब्यूरो, पटना: सिक्किम के गंगटोक में कोरोना से किशनगंज के एक अल्पसंख्यक समाज के व्यक्ति की मौत के बाद उनका शव उनके स्वजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर सिक्किम की सरकार ने अपने नियम को शिथिल कर बिहार के अनुरोध का ख्याल किया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार से एक एबुलेंस गंगटोक भेजा गया। इसके बाद सिक्किम की सरकार ने गंगटोक प्रशासन को नुरुल का शव उनके स्वजनों को बिहार ले जाने को सौंपने का आदेश दिया। सिक्किम सरकार ने यह नियम बनाया हुआ है कि कोरोना से जिस किसी की भी मौत होगी उसके शव को जला दिया जाएगा। राज्य सरकार के अनुरोध पर सिक्किम की सरकार ने नियम को शिथिल कर दिया।
कोविड की वजह से 24 मई को हो गई थी मौत
किशनगंज के पोठिया प्रखंड के डूबानोची गांव के नुरुल हुदा की मौत कोविड की वजह से 24 मई को हो गई थी। नुरुल के स्वजन उनके शव को अपनी परंपरा के हिसाब से मिट्टी- मंजिल के लिए अपने पैतृक गांव लाना चाहते थे। पर उन्हें अनुमति नहीं मिल रही थी। किशनगंज जिला प्रशासन ने भी इस संबंध में गंगटोक प्रशासन से अनुरोध किया था पर उनके अनुरोध को स्वीकार नहीं किया गया था। यह बात जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संज्ञान में आई तो उन्होंने सिक्किम के राज्यपाल से इस बारे में स्वयं बात की।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग को लिखा पत्र
मुख्य सचिव व डीजीपी ने वहां के मुख्य सचिव व डीजीपी से बात की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव ने सिक्किम के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव से बात की। मुख्यमंत्री ने पूरे प्रकरण पर सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग को पत्र भी लिखा। इसके बाद तय हुआ कि बिहार सरकार एंबुलेंस भेजकर गंगटोक से नुरुल के शव को बिहार मंगवा ले।