लोकसभा चुनाव: अब पत्नी को ले बुरे फंसे शॉटगन, कांग्रेसियों ने ही कर दिया खामोश
शत्रुघ्न सिन्हा का विवादों से पुराना नाता है। BJP में रहते पार्टी लाइन के खिलाफ जाते रहे। अब कांग्रेस में रहते उन्होंने अखिलेश यादव को पीएम पद के योग्य बता दिया है।
By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 26 Apr 2019 10:56 AM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2019 07:59 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। भाारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लंबे समय तक विरोध झेलने के बाद कांग्रेस का हाथ थामने वाले शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा अब कांग्रेस में विरोध झेल रहे हैं। मामला उनके बयान व काम से फंसा है।
विरोध का मुख्य कारण उनकी पत्नी पूनम सिन्हा का समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर लखनऊ से चुनाव लडऩा तथा शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा राहुल गांधी के बदले समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे योग्य बताना है।
कांग्रेस मुख्यालय में शत्रुघ्न के खिलाफ लगे नारे
हाल ही में बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में शत्रुघ्न सिन्हा को दिक्कत का सामना करना पड़ा था। उनके समक्ष कांग्रेसियों ने खिलाफ में नारे लगाए। नारा लगाने वाले उन्हें कांग्रेस का पटना साहिब से उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध कर रहे थे। पटना साहिब में उनका मुकाबला भाजपा के रविशंकर प्रसाद है। खास बात यह भी है कि शत्रुघ्न सिन्हा ने अभी तक नामांकन दाखिल नहीं किया है।
यह है कांग्रेसियों के गुस्से का कारण
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेसियों का शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ गुस्सा इस कारण है कि उत्तर प्रदेश में सपा व बसपा (बहुजन समाज पार्टी) से कांग्रेस का तालमेल नहीं होने के बावजूद उनकी पत्नी पूनम सिन्हा सपा में शामिल हुईं। उनका किसी भी पार्टी में शामिल होना कांग्रेसी हजम भी कर लेते, लेकिन सपा में शामिल होने के समय शत्रुघ्न सिन्हा का वहां मौजूद रहना और अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे योग्य बताना विरोध का सबसे बड़े कारण हैं।|
भाजपा में रहते विरोध में देते रहे बयान
विदित हो कि शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा में रहते हुए भी ऐसे विवादों में फंसते रहे थे। भाजपा में पार्टी लाइन के खिलाफ उनके बयान चर्चा में रहते आए थे। नोटबंदी व जीएसटी सहित उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कई नीतियों की आलोचना की थी।
भाजपा में रहते हुए वे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव से मिलते रहे। जब जदयू महागठबंधन का घटक दल था, वे आए दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलते थे, लेकिन जदयू के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होने के बाद उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकातें कम होतीं गईं। भाजपा में रहते हुए शत्रुघ्न सिन्हा विपक्ष की रैलियों में भी शिरकत करते रहे।
अब गए कांग्रेस की लाइन के भी खिलाफ
शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में आए कुछ ही दिन हुए हैं कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के खिलाफ खड़ी सपा ने उनकी पत्नी को लोकसभा चुनाव काटिकट दे दिया। बदले में शत्रुघ्न सिन्हाने भी सपा के मुखिया अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री पद के सबसे योग्य बता दिया है। जबकि, कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी पार्टी के घोषित प्रधानमंत्री उम्मीदवार हैं।
विरोध का मुख्य कारण उनकी पत्नी पूनम सिन्हा का समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर लखनऊ से चुनाव लडऩा तथा शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा राहुल गांधी के बदले समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे योग्य बताना है।
कांग्रेस मुख्यालय में शत्रुघ्न के खिलाफ लगे नारे
हाल ही में बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में शत्रुघ्न सिन्हा को दिक्कत का सामना करना पड़ा था। उनके समक्ष कांग्रेसियों ने खिलाफ में नारे लगाए। नारा लगाने वाले उन्हें कांग्रेस का पटना साहिब से उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध कर रहे थे। पटना साहिब में उनका मुकाबला भाजपा के रविशंकर प्रसाद है। खास बात यह भी है कि शत्रुघ्न सिन्हा ने अभी तक नामांकन दाखिल नहीं किया है।
यह है कांग्रेसियों के गुस्से का कारण
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेसियों का शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ गुस्सा इस कारण है कि उत्तर प्रदेश में सपा व बसपा (बहुजन समाज पार्टी) से कांग्रेस का तालमेल नहीं होने के बावजूद उनकी पत्नी पूनम सिन्हा सपा में शामिल हुईं। उनका किसी भी पार्टी में शामिल होना कांग्रेसी हजम भी कर लेते, लेकिन सपा में शामिल होने के समय शत्रुघ्न सिन्हा का वहां मौजूद रहना और अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे योग्य बताना विरोध का सबसे बड़े कारण हैं।|
भाजपा में रहते विरोध में देते रहे बयान
विदित हो कि शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा में रहते हुए भी ऐसे विवादों में फंसते रहे थे। भाजपा में पार्टी लाइन के खिलाफ उनके बयान चर्चा में रहते आए थे। नोटबंदी व जीएसटी सहित उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कई नीतियों की आलोचना की थी।
भाजपा में रहते हुए वे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव से मिलते रहे। जब जदयू महागठबंधन का घटक दल था, वे आए दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलते थे, लेकिन जदयू के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होने के बाद उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकातें कम होतीं गईं। भाजपा में रहते हुए शत्रुघ्न सिन्हा विपक्ष की रैलियों में भी शिरकत करते रहे।
अब गए कांग्रेस की लाइन के भी खिलाफ
शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में आए कुछ ही दिन हुए हैं कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के खिलाफ खड़ी सपा ने उनकी पत्नी को लोकसभा चुनाव काटिकट दे दिया। बदले में शत्रुघ्न सिन्हाने भी सपा के मुखिया अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री पद के सबसे योग्य बता दिया है। जबकि, कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी पार्टी के घोषित प्रधानमंत्री उम्मीदवार हैं।
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