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बीमारी बढ़ाने वाला इलाज: पटना के अस्‍पतालों में जरूरी दवाओं का टोटा; पैसे की कमी नहीं, व्‍यवस्‍था की परेशानी

Health News चिकित्सा प्रभारियों ने कोरोना काल में कम खपत को देखते हुए उसी अनुरूप इंडेंट किया लेकिन वे दवाएं डेढ़ माह में ही खत्म हो गईं। अब जिला भंडार कक्ष दवा आपूर्ति का लिखित आदेश लाने को कह रहा है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 12:31 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 12:31 PM (IST)
बीमारी बढ़ाने वाला इलाज: पटना के अस्‍पतालों में जरूरी दवाओं का टोटा; पैसे की कमी नहीं, व्‍यवस्‍था की परेशानी
पटना के सरकारी अस्‍पतालों में दवाओं की कमी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। मरीजों को हर अस्पताल में बुनियादी दवाएं हमेशा मिल सके, इसके लिए अगस्त में आपूर्ति के नए नियम लागू किए गए थे। अब इन्हीं नियमों के कारण अधिकतर शहरी और ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से ज्यादा खपत वाली एंटीएलर्जिक, एंटीबायोटिक, बुखार, दस्त-उल्टी, चर्म रोग, कैल्शियम जैसी सामान्य दवाओं की किल्लत हो गई है। हर दिन सिविल सर्जन कार्यालय स्थित जिला भंडार गृह में विभिन्न अस्पतालों के फार्मासिस्ट इंडेंट लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन नए नियम के कारण उन्हें दवाएं नहीं दी जा रही हैं।

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क्या है मामला  

बीएमएसआइसीएल ने अस्पतालों दवाओं, पैथोलाजी जांच में काम आने वाले रिएजेंट्स व जांच किट के अलावा सर्जिकल सामान की निर्बाध आपूर्ति के लिए अस्पतालों को सीधे आपूर्ति की व्यवस्था की है। इसके लिए अस्पतालों को जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर की एक से 10 तारीख तक तीन माह के लिए जरूरी दवा आदि की मांग करनी थी। चिकित्सा प्रभारियों ने कोरोना काल में कम खपत को देखते हुए उसी अनुरूप इंडेंट किया, लेकिन वे दवाएं डेढ़ माह में ही खत्म हो गईं। अब जिला भंडार कक्ष दवा आपूर्ति का लिखित आदेश लाने को कह रहा है। ऐसे में चिकित्सा प्रभारी भी शांत हो गए हैं और मरीज परेशान हैं।

  • गणित गड़बड़ाने से गायब हुईं अस्पतालों से दवाएं
  • एंटी एलर्जिक, दस्त, उल्टी से लेकर एंटीबायोटिक तक खत्म
  • अब हर तीन माह पर ही अस्पताल कर सकते दवाएं इंडेंट
  • हर दिन शहरी-ग्रामीण अस्पतालों से आ रही दवा घटना की सूचना
  • दवा लेने के लिए जिला भंडार गृह आ रहे कर्मचारी

क्या कहते हैं अधिकारी  

सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने कहा कि दवाएं एक्सपायर नहीं हों इसलिए अस्पतालों ने वर्तमान खपत को देखते हुए तीन माह के लिए सामग्री इंडेंट की थी। हाल के दिनों में अस्पतालों में रोगियों की संख्या बढऩे से दवाएं जल्द खत्म हो गई हैं। जिन अस्पतालों से निर्धारित तिथि के पूर्व इंडेंट आ रहा है, उन्हें बीएमएसआइसीएल को अग्रेषित किया जा रहा है। बीएमएसआइसीएल उन अस्पतालों को जल्द अपेक्षित व वांछित दवा व अन्य सामग्री की आपूर्ति कर देगा।


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