पूर्व वार्ड पार्षद के संरक्षण में शरजील ने पटना में बिताई थी सोमवार की रात
देशद्रोह के आरोपित व जेएनयू (जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी) के पूर्व छात्र शरजील इमाम को पुलिस ने आखिरकार दबोच लिया।
पटना। देशद्रोह के आरोपित व जेएनयू (जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी) के पूर्व छात्र शरजील इमाम की टोह में दिल्ली क्राइम ब्रांच और इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम पटना के फुलवारीशरीफ और बारी पथ स्थित अपार्टमेंट पर नजर रख रही थी, लेकिन वह सब्जीबाग में मौजूद था। एक पूर्व वार्ड पार्षद के संरक्षण में शरजील ने सोमवार की रात पटना में ही बिताई थी। अगली सुबह मंगलवार को जब उसके संरक्षणकर्ता का नाम सामने आने लगा तो उसने अपनी राजनीतिक साख बचाने के लिए शरजील को जहानाबाद भेज दिया। लेकिन, इसकी भनक पुलिस के खुफिया तंत्र को लग गई और उन्होंने शरजील को गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी के बाद जहानाबाद के काको थाने के बाहर पटना के एक दवा कारोबारी को देखा गया है, जो पूर्व वार्ड पार्षद व पटना सिटी के स्थानीय दबंग का करीबी बताया जाता है।
मालूम हो कि इंटेलिजेंस ब्यूरो की सूचना पर सोमवार को पटना पुलिस ने फुलवारीशरीफ के हारून नगर और बारी पथ स्थित अबु फकरूद्दीन प्लाजा के फ्लैट में छापेमारी की थी, लेकिन शरजील का पता नहीं चल पाया था। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सब्जीबाग में भी उसके होने की सूचना मिली थी, लेकिन ठिकाने की पुख्ता जानकारी नहीं थी। एक बड़े पुलिस अधिकारी की मानें तो सब्जीबाग में सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) और एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स) का विरोध कर रहे लोग लंबे समय से रास्ता जाम कर बैठे थे। पुलिस गुप्तचरों से पल-पल की जानकारी हासिल कर रही थी। इस बीच मंगलवार की सुबह पता चला कि विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ शरजील पटना सिविल कोर्ट में पहुंचकर सरेंडर करेगा। एक पूर्व वार्ड पार्षद की मदद से वह सब्जीबाग में ही ठहरा हुआ है और उसके लोग पुलिस की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। इस बात की जानकारी मीडिया को भी लग गई। कुछ चैनल के प्रतिनिधियों ने उस पूर्व वार्ड पार्षद से संपर्क भी किया, जिससे वह राजनीतिक चेहरा उजागर होने को लेकर भयभीत हो गया। उसने एक स्थानीय दबंग के गुर्गो के साथ शरजील को जहानाबाद के लिए रवाना कर दिया।