पुलिस पर हमलाः सात आरोपित गिरफ्तार, रानीपुर गांव की बढ़ी सुरक्षा
रानीपुर पुलिस चौकी पर हमला करने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। आरोपित सात लोगों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। डीजीपी ने आज थाने का औचक निरीक्षण किया था।
पटना, जेएनएन। फुलवारीशरीफ थाने की रानीपुर चौकी में बुधवार को हमला करने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। बवाल के दौरान पुलिस पर हमला करने के आरोप में सात लोगों को हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि वारदात में इन्हीं आरोपितों ने मुख्य भूमिका निभाई थी। वहीं, गांव में सुरक्षा के लिए थ्री सेक्शन फोर्स तैनात कर दी गई है। ये आदेश डीजीपी ने दिया है। गुरुवार को घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे डीजीपी ने थानेदार पर भी उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। गौरतलब हो कि दो पक्षों के बीच हुई लड़ाई में गांव वालों ने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था।
दो पक्षों का विवाद था सुलझाना
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को रानीपुर गांव में तेज रफ्तार में बाइक चलाने को लेकर मंटू पासवान और दीपू के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद दोनों गुटों के लोगों में जमकर मारपीट हुई। सूचना मिलने पर रानीपुर चौकी से पुलिसकर्मी गए और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामले को शांत करा दिया। मंटू पासवान की ओर से मारपीट की लिखित शिकायत भी दी गई थी। दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी। पुलिस के हस्तक्षेप से एक गुट के लोग नाराज हो गए। चौकी में तैनात जवान अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अचानक हुए हमले में तीन सिपाहियों को चोटें आई हैं। इसके बाद दरवाजा बंद कर लिया गया और वरीय पदाधिकारियों को सूचना दी गई। उपद्रवियों ने चौकी के बाहर खड़ी बाइक और पिकअप वैन को भी पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में दहशत फैलाने के लिए चार राउंड फायङ्क्षरग की गई। फिलहाल, पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है। हालांकि, गांव में अब भी तनाव व्याप्त है।
रानीपुर कांड में हुई पुलिस की किरकिरी
फुलवारीशरीफ थाने की रानीपुर चौकी में बुधवार की रात असामाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया था। उग्र बदमाशों ने चौकी पर जमकर रोड़ेबाजी की थी। इसमें कुछ पुलिसकर्मी चोटिल हो गए थे। किसी तरह पुलिसकर्मियों ने चौकी का दरवाजा बंदकर अपनी जान बचाई थी। सूचना मिलते ही डीएसपी रमाकांत प्रसाद अनुमंडल के सभी थानों की पुलिस और वज्र वाहन के साथ पहुंचे थे। भारी संख्या में पुलिस बल को आता देखकर उपद्रवी फरार हो गए थे। वहीं डीएसपी ने चौकी पर हमला किए जाने की बात से इन्कार किया है। उनका कहना है कि दो पक्षों के बीच पथराव हुआ था। दोनों गुटों के लोगों पर कार्रवाई की गई है।