जवानों से ही बनती है आरपीएफ की छवि : डीजी
रेलवे सुरक्षा बल की पूरी छवि बनाने अथवा बिगाड़ने की जवाबदेही जवानों की है।
पटना। रेलवे सुरक्षा बल की पूरी छवि बनाने अथवा बिगाड़ने की जवाबदेही जवानों की है। ट्रेनों में एस्कार्ट के दौरान अथवा स्टेशनों के प्लेटफार्म पर ड्यूटी के दौरान छोटी-मोटी राशि की वसूली करने वाले जवानों से आरपीएफ की छवि काफी बिगड़ती है। यह हरकत हमारी मेहनत को बेकार बना देती है। आरपीएफ को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने में जवानों का अहम योगदान होगा। जवानों को गर्व महसूस होना चाहिए कि वे आरपीएफ के सदस्य हैं। अधिकारियों को भी पूरी पारदर्शिता से काम करना होगा, ताकि जवानों में असंतोष न हो।
यह बात शनिवार को रेलवे बोर्ड से आए आरपीएफ महानिदेशक अरुण कुमार ने दानापुर मंडल मुख्यालय में बैरक का निरीक्षण करने के दौरान कही। डीजी श्री कुमार को आरपीएफ के जवानों ने परेड की सलामी भी दी। इस दौरान डीजी ने आरपीएफ के जवानों की समस्याओं को भी गंभीरतापूर्वक सूना। जवानों ने भी अपने डीजी से सारी समस्याओं को साझा किया। उन्होंने जवानों को पब्लिक फ्रेंडली बनने पर जोर दिया। ट्रेनों में एस्कार्ट पर विस्तार से की चर्चा
इसके बाद डीजी श्री कुमार ने रेल पुलिस के अपर महानिदेशक आलोक राज के साथ ही पुलिस अधीक्षकों के साथ अपराध समन्वय को लेकर विस्तृत बैठक की। बैठक में ट्रेनों में एस्कार्ट पर विस्तृत चर्चा की गई। डीजी ने पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में होने वाले रेल अपराध के तरीके पर विस्तृत चर्चा की। छठ महापर्व के दौरान आरपीएफ व जीआरपी द्वारा किए गए सुरक्षात्मक उपायों पर भी काफी देर तक विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में 2 नवंबर को एक साथ टिकट दलालों के खिलाफ अभियान चलाया गया और 500 से अधिक टिकट दलालों को पकड़ा गया। 10 करोड़ से अधिक कीमत के टिकट जब्त किए गए हैं। साफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर तत्काल टिकट बुक कराने वाले तथा साफ्टवेयर बेचने वालों के खिलाफ भी अभियान चलाया जा रहा है। पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में अब तक 60 टिकट दलाल पकड़े गए हैं। मंडल की प्रमुख समस्याओं की ली जानकारी
पूर्व मध्य रेल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी रविन्द्र वर्मा के साथ भी उन्होंने समीक्षात्मक बैठक की। इसके बाद डीजी ने दानापुर रेल मंडल के प्रबंधक रंजन प्रकाश ठाकुर के साथ बैठक कर इस रेल मंडल की मुख्य समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद डीजी श्री कुमार ने महेन्द्रू स्थित रेलवे के सभागार में आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारियों व जवानों के साथ सुरक्षा सम्मेलन किया। सम्मेलन के माध्यम से भी जवानों व अधिकारियों की परेशानियों को जानने की कोशिश की।