Move to Jagran APP

दिनभर वीरान रहीं सड़कें, शाम को खरीदारी करने निकले लोग

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राजधानी में पुलिस की सख्ती रही।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Mar 2020 01:48 AM (IST)Updated: Thu, 26 Mar 2020 06:10 AM (IST)
दिनभर वीरान रहीं सड़कें, शाम को खरीदारी करने निकले लोग
दिनभर वीरान रहीं सड़कें, शाम को खरीदारी करने निकले लोग

पटना : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राजधानी में पुलिस की सख्ती से बुधवार को लॉक डाउन का असर देखने को मिला। दिन में सड़कें वीरान रहीं, लेकिन शाम ढलने पर लोग खरीदारी करने दुकान व सब्जी बाजार पहुंचे। दिन में लोग अपने घरों से बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकल रहे थे। पुलिस अपने क्षेत्र में घूम-घूमकर बेवजह घूमने वालों पर नजर रख रही थी। मुख्य सड़कों पर ड्रॉप-गेट और बैरिकेडिंग कर दी गई थी, इसलिए जहां-तहां बाइक लेकर फर्राटा भरने निकले युवाओं को पुलिस के तल्ख रवैये का सामना करना पड़ा।

loksabha election banner

लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए कुर्जी, राजापुर, जगदेव पथ, राजेंद्र नगर, ओल्ड बाईपास पर पुलिस ने जमकर डंडे भांजे। इन इलाकों में कुछ बाइक सवार युवा बेवजह तफरी करने निकले थे। पुलिस ने उन्हें रोका। पूछताछ की और बहानाबाजी करने पर तीन-चार डंडे लगाकर उल्टे पांव लौटा दिया। आयकर गोलंबर, डाकबंगला चौराहा, फ्रेजर रोड और कारगिल चौक स्थित चेकिंग प्वाइंट पर दर्जनभर वाहनों को पकड़ा गया। इनमें से तीन को पुलिस ने जुर्माना लेकर छोड़ दिया। वहीं, कागजात में त्रुटि के कारण नौ लोगों की बाइक जब्त कर ली गई। उन्हें लॉक डाउन अवधि के बाद बुलाया गया। खरीदारी के दौरान असावधानी, पड़ेगी महंगी

शाम में पुलिस ने जब ढिलाई की और लोगों को खरीदारी करने के लिए घरों से निकलने का मौका मिला तो वे दुकानों पर हुजूम बनकर टूट पड़े। लगभग ऐसा नजारा सभी इलाकों में देखने को मिला। पूरे दिन खुद को घर में बंदकर सुरक्षित रखने वाले, भीड़ में एक-दूसरे से चिपककर खरीदारी कर रहे थे। इससे संक्रमित का खतरा बढ़ गया है। सारी सजगता एक पल में धाराशायी हो जाती है। बेहतर है कि घर से खरीदारी करने के लिए अकेले निकलें। दुकान पर दूसरे लोग से कम से कम एक मीटर की दूरी पर खड़े हों, तभी घर लौटने के बाद सुरक्षित रह सकते हैं। दुकानदारों ने नहीं टांग रखा है रेट-लिस्ट

जिन इलाकों में मंडियां हैं, वहां के थानेदारों को लगातार कालाबाजारी से संबंधित कॉल मिल रही थीं। मीठापुर, दलदली, मालसलामी, मारूफगंज बाजार समिति इलाकों से लोग कॉल कर कालाबाजारी की शिकायतें कर रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस जाती थी, लेकिन मूल्य निर्धारण नहीं होने से वे भी कालाबाजारी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाई। बटुकेश्वर दत्त लेन निवासी अभिषेक ने बताया कि आटा की बोरी 3600 प्रति क्विंटल मिल रही थी। जक्कनपुर थाने में कॉल की गई। पुलिस पहुंची भी, लेकिन दुकानदार ने कहा कि इतने ही रेट में खरीदी गई है तो वे लौट गए। उसने जिलाधिकारी के मोबाइल पर अनवरत कॉल की, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.