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पथ निर्माण विभाग ने सभी डीएम को भेजे ओवरलोड ट्रकों के वीडियो, कहा-ऐसे कैसे सुरक्षि‍त रहेगी सड़क

बिहार में बालू माफिया और ट्रांसपोर्टरों ने पथ निर्माण विभाग और पुल निर्माण निगम की हालत खस्‍ता कर दी है। ओवरलोड बालू ढोये जाने के कारण सड़कें और पुल समय से पहले अपनी उम्र खोते जा रहे हैं। विभाग ने सभी डीएम को इस बाबत कार्रवाई के लिए कहा है।

By Shubh NpathakEdited By: Published: Sun, 20 Dec 2020 05:02 PM (IST)Updated: Sun, 20 Dec 2020 05:02 PM (IST)
पथ निर्माण विभाग ने सभी डीएम को भेजे ओवरलोड ट्रकों के वीडियो, कहा-ऐसे कैसे सुरक्षि‍त रहेगी सड़क
ट्रकों पर अधिक बालू लोड किए जाने से सड़कों को होता है नुकसान। जागरण आर्काइव

राज्य ब्यूरो, पटना। पथ निर्माण विभाग (Road Construction Department) ने निर्माण सामग्री लेकर निकल रहे ओवरलोड ट्रक (Overload Truck) खासकर बालू वाले ट्रकों (Truck used in sand transportation) की वजह से टूट रही सड़क और पुलों के बारे में सभी जिलाधिकारियों को एक वीडियो भेजा है।  जिलाधिकारियों को इस बारे में लोगों को सेंसेटाइज करने को कहा गया है। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सोन नदी के किनारे लंबी कतार में खड़े बालू के ओवरलोड ट्रकों की वीडियो भेजी है।

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पांडुका घाट से डाेरीगंज तक सबसे बुरा है हाल

वीडियो के साथ सभी जिलाधिकारियों को यह कहा गया है कि बालू के ओवरलोड ट्रकों की कतार का यह दृश्य प्राय: सभी सड़कों और पुलों पर दिखता है। खासकर यूपी सीमा से सटे पांडुका घाट से लेकर डोरीगंज तक। ऐसे में क्या सड़क और पुल सुरक्षित रह सकते हैं? स्थिति यह है कि प्राय: सभी ट्रकों द्वारा लोडिंग के लिए तय मानकों की अवहेलना की जा रही है। इस बारे में हाल ही में परिवहन विभाग ने भी अधिसूचना जारी की है। इसलिए यह आवश्यक है लोडिंग प्वाइंट के समीप ही वजन करने वाले वेईंग मशीन की व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। घाट पर यह सुनिश्चित किया जाए कि लोडिंग के लिए जो लिमिट तय है उससे अधिक बालू या अन्य निर्माण सामग्री को लोड नहीं किया जाए।

खनन विभाग को भी हो रहा राजस्‍व का नुकसान

जिलाधिकारियों को यह भी कहा गया है कि अधिक लोडिंग की वजह से खनन विभाग को भी राजस्व का नुकसान हो रहा। इसकी वजह यह है कि ट्रकों पर बालू ई चालान से अधिक मात्रा में लोड किया जा रहा। ट्रांसपोर्ट विभाग अधिक लोड का  केवल दंड लगा सकता है क्योंकि बीच रास्ते में निर्माण सामग्री के लोडिंग को नियंत्रित करना संभव नहीं है। इस वजह से सड़कों और पुलों को बड़ा नुकसान हो रहा। इसके अतिरिक्त आम लोगों को परेशानी हो रही सो अलग।


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