बाढ पीड़ितों से मिलने पहुंचे लालू, कहा- विपदा की घड़ी में हम साथ हैं...
सोमवार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपने पुत्र और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के साथ बाढ पीड़ित लोगों से मुलाकात की और सरकारी मदद दिलाने का भरोसा दिलाया।
पटना [राज्य ब्यूरो]। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने स्वयंसेवी संगठनों से विपदा की इस घड़ी में दिल खोलकर बाढ़ पीडि़तों की सहायता करने की अपील की है। उन्होंने राज्य सरकार से भी अनुरोध किया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नावों की संख्या बढ़ाई जाए। दियारा एवं अन्य निचले इलाकों में लोगों का हाल बहुत बुरा है। लालू के साथ स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव भी थे।
पटना के गांधी घाट से बख्तियारपुर तक बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर लालू ने प्रभावितों से मुलाकात की और उनसे धैर्य रखने का आग्रह किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार विपदा की घड़ी में आपके साथ है।
लालू ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि बाढ़ मे घिरे लोगों के जान-माल की सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया जाए। जो लोग बाढ़ से घिरे हुए हैं उन्हें वहां से निकालकर सुरक्षित जगहों पर कैंप लगाकर रखा जाए। शिविरों में राशन, दवा, पशु चारा एवं पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जाए।
लालू ने कृषि बाजार, सबलपुर, कच्ची दरगाह, फतुहा एवं बख्तियारपुर के राहत शिविरों का भी दौरा किया। उनके साथ चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ओपी शाह भी थे। लालू ने उनसे भी चैंबर की तरफ से पीडि़तों की सहायता करने का आग्र्रह किया।
शिविरों में 24 घंटे रहें डाक्टर : स्वास्थ मंत्री
बाढ़ की भयावहता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप ने राहत शिविरों में तैनात डाक्टरों को 24 घंटे तत्पर रहने का निर्देश दिया है। पटना से बख्तियारपुर तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद उन्होंने कहा कि आपदा की घड़ी में स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत को देखते हुए डाक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं। सबको समुचित इलाज की सुविधा देने के लिए चलंत चिकित्सकों की व्यवस्था की गई है।
राहत शिविरों में स्वास्थ्य व्यवस्था का निरीक्षण करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने डाक्टरों से पूरी निष्ठा एवं समर्पण भाव से पीडि़तों की सेवा करने की अपील की है। उन्होंने अधिकारियों को इसकी निगरानी का निर्देश दिया है। शिविरों में पेयजल, शौचालय एवं पशु चारा उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने लोक स्वास्थ अभियंत्रण एवं पशुपालन विभाग से भी अनुरोध किया है।