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CoronaVirus: RJD सुप्रीमो लालू यादव को नहीं मिल सकेगी राहत, जेल आइजी ने ये कहा...

CoronaVirus राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बड़ी राहत मिलने पर ग्रहण लगता दिख रहा है। कोरोना वायरस को लेकर उनके पेरौल मिलने की बात सामने आ रही थी। लेकिन जेल आइजी ने ये कहा है...

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 03:28 PM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 01:51 PM (IST)
CoronaVirus: RJD सुप्रीमो लालू यादव को नहीं मिल सकेगी राहत, जेल आइजी ने ये कहा...

पटना /रांची,जेएनएन। देशभर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच झारखंड में भी कोरोना के केसेज बढ़े हैं। इसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि रांची के होटवार जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को इसे लेकर बड़ी राहत मिल सकती है और वह जेल से बाहर आ सकते हैं। झारखंड सरकार उन्हें पैरोल देने पर विचार कर रही है।

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मंगलवार को मिली जानकारी के मुताबिक लालू यादव को पेरौल मिलने की संभावनाओं पर ग्रहण लगता दिख रहा है। जेल IG शशि रंजन ने मंगलवार को कहा है कि आर्थिक अपराधियों और 7 साल से ज्यादा सजा पाये व्यक्ति को पेरौल नहीं  मिल सकता है। उन्होंने बताया कि अभी तक तो , किसी खास नाम पर नहीं हुई कोई चर्चा। इस बारे में तो संबंधित कोर्ट ही कोई निर्णय ले सकता है। बता दें कि शशि रंजन राज्य में पेरौल देने के लिए बनाई गई कमिटी के सदस्य हैं।

इससे पहले मिली जानकारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर भी लालू यादव को कोरोना को लेकर पैरोल दिया जा सकता है। राज्य सरकार के मंत्री बादल ने इस बात की पुष्टि भी की है। बादल के मुताबिक पैरोल को लेकर राज्य सरकार ने कारा विभाग से बातचीत की है।  बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे से निपटने के लिए जेल प्रशासन को सजायाफ्ता कैदियों के पैरोल देने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में फैसला सुनाया था।

लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी झारखंड सरकार से गुहार लगाई है कि कोरोना के चलते अन्य राज्यों में कैदियों को छोड़ा जा रहा है तो झारखंड सरकार को भी राजद प्रमुख और चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू प्रसाद को छोड़ देना चाहिए।

उन्हों ने कहा कि इसके लिए ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से बात करेंगी। हेमंत सोरेन से आग्रह करेंगी कि जब सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए 17 मार्च को अधिकतम सात साल की सजा पाए ज्यादा उम्र वाले कैदियों, खासकर बीमार रहने वालों को जेल से रिहा करने के निर्देश दिए हैं, लोग रिहा किए जा रहे हैं तो लालू प्रसाद को क्यों  जेल में रखा गया है।

राबड़ी ने कहा कि लालू प्रसाद कोरोना से डरे नहीं हैं। लेकिन उनकी उम्र अधिक है और वे मधुमेह, किडनी समेत कई बीमारी से ग्रसित हैं। ऐसे में उन्हें रिहा कर देना चाहिए।

विदित हो कि 6 जनवरी 2018 को स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने लालू प्रसाद को चारा घोटाला के एक मामले में साढ़े तीन साल की सजा और पांच लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। इसके बाद से वे जेल में हैं। वैसे इससे पहले भी वे इस घोटाले में सजा काट चुके हैं। कांग्रेस भी जेल में लालू को कोरोना संक्रमण का खतरा बता उनकी रिहाई की मांग कर चुकी है। कांग्रेस नेता कौकब कादरी ने पिछले दिनों कहा था कि संक्रमण और लालू के गिरते स्वास्‍थ्‍य को देखते हुए उन्हें  जेल से रिहा कर दिया जाए। लालू की उम्र 72 साल से ऊपर हो चुकी है।


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