CAA को लेकर लालू ने सीएम नीतीश पर किया कटाक्ष- आपको इतिहास माफ नहीं करेगा
जदयू के CAA पर सहमति देने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सीएम नीतीश के खिलाफ लगातार ट्वीट कर रहे हैं। कल के ट्वीट में लालू ने लिखा कि इसके लिए इतिहास आपको याद रखेगा।
पटना, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को जनता दल यूनाइटेड (JDU) की ओर से संसद में समर्थन दिए जाने को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू प्रसाद (Lalu Yadav) लगातार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साध रहे हैं।
CAA और NRC को लेकर गुरुवार को वामदलों का बिहार बंद था, जिसमें राजद को छोड़कर महागठबंधन के सभी दल साथ थे। बंद को लेकर RJD सुप्रीमो लालू यादव के ट्विटर हैंडल से सीएम नीतीश का नाम लिए बिना ट्वीट में लिखा गया, देश जल रहा है। नागरिक संवैधानिक संकट के विरोध में सड़कों पर हैं। राजनीतिक दलों से लेकर सिविल सोसाइटी तक सभी इसे लेकर बात कर रहे हैं। आप बता सकते हैं कि केवल एक टर्नकोट नेता है, जो इस मामले पर चुप्पी साधे है? इतिहास उन्हें विश्वासघात, नीचता, अवसरवाद, कायरता और अमरता के लिए याद करेगा।
Country is burning. Citizens are out on streets protesting against constitutional crisis. Political parties to civil societies hv spoken. Any guess on only turncoat leader who is conveniently silent? History wil judge him for betrayal, deciet, opportunism, cowardice & immortality — Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 19, 2019
इससे पहले भी लालू ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए बड़ी बात कही थी, लालू ने ट्वीट किया था 'आदतन विश्वासघाती नीतीश के पेट की आंत में छुपे दांत गिनने के बाद भी केवल सांप्रदायिक सांपों से देश के बहुरंगी सामाजिक ताने-बाने और संविधान को बचाने के लिए ही जहर पीकर उसे मुख्यमंत्री बनाया था।'
इस ट्वीट से पहले भी सीएम नीतीश पर कटाक्ष करते हुए लालू यादव के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया "बातें कोरी-कोरी और धोखा घड़ी-घड़ी, सरीसृप का नाम, बूझों तो जानें।" यही नहीं लालू यादव ने एक और ट्वीट में लिखा, "नीतीश ने समाजवादी चरित्र तो पहले ही खो दिया था अब उसका नकली धर्मनिरपेक्षता का चोला भी उतर गया है।"
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ राजद लगातार बिहार और केंद्र की एनडीए सरकार पर हमलावर है। राजद की ओर से 21 दिसंबर को इन दोनों मुद्दों को लेकर बिहार बंद का एेलान किया गया है। वहीं, जदयू ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लोकसभा औऱ राज्यसभा दोनों सदनों में केंद्र सरकार का साथ दिया है। लेकिन, जदयू की तरफ से कहा गया है कि वो एनआरसी बिहार में लागू नहीं होने देगा।