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Lalu Yadav House CBI Raid: रेलवे भर्ती घोटाला को लेकर फिर मुश्किल में लालू यादव, जमीन के बदले सैकड़ों को दिलाई थी नौकरी

Lalu Yadav House CBI Raid रेलवे भर्ती घोटाला को लेकर शुक्रवार को लालू प्रसाद यादव से जुड़े 17 स्‍थलों पर सीबीआइ ने छापेमारी की। लालू परिवार पर जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने का आरोप है। क्‍या है यह मामला जानिए इस खबर में।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 03:00 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 06:24 PM (IST)
Lalu Yadav House CBI Raid: रेलवे भर्ती घोटाला को लेकर फिर मुश्किल में लालू यादव, जमीन के बदले सैकड़ों को दिलाई थी नौकरी
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव। फाइल तस्‍वीर।

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। Lalu Prasad Yadav News: बिहार में सरकार से हटने के बाद लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) केंद्र के संयुक्‍त प्रगतिशील गठबंधन (UPA- 1) में रेलमंत्री (Rail Minister) बनाए गए। आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते उन्‍होंने व उनके परिवार के कई सदस्यों (Lalu Family) ने रेलवे में नौकरी के नाम पर बड़ा घोटाला (Railway Recruitment Scam) किया था। उन्‍होंने अभ्यर्थियों से जमीन लेकर बदले में रेलवे में नौकरी (Railway Job for Land) दिलाई। कहा जाता है कि रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लालू परिवार ने बिहार में कई भूखंड लिए। इसके पहले लालू परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन घोटाले (IRCTC Scam) में भी नाम आया था।

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करीबियों को बड़ी संख्‍या में दी रेलवे की नौकरी

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जमीन के बदले नौकरी के आरोपों के बाद सीबीआइ भले पहली बार एक्शन में आई है, लेकिन मामला 12-17 वर्ष पुराना बताया जाता है। तब लालू केंद्र की यूपीए-1 सरकार में रेलमंत्री बनाए थे। सीबीआइ सूत्रों का दावा है कि 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने बड़ी संख्या में अपने करीबियों को पिछले दरवाजे से नौकरी दिलाई और जमीन खरीदी।

इस घोटाले से जुड़े सबसे ज्यादा मामले बिहार से

सीबीआइ जांच की चपेट में रेलवे भर्ती बोर्ड की कई शाखाएं हैं। इस घोटाले से जुड़े सबसे ज्यादा मामले बिहार से हैं, जहां बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को जमीन के बदले नौकरी दी गई। लालू परिवार के कई अन्य सदस्यों पर भी ऐसे आरोप हैं, जिन्होंने अभ्यर्थियों से जमीन ली और अपने रसूख का इस्तेमाल कर रेलवे में नौकरी दिलाई। संख्या सैकड़ों में है। इसके पहले लालू परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ आईआरसीटीसी घोटाले में भी नाम आया था।

भाजपा नेता सुशील मोदी भी लालू परिवार के खिलाफ इस तरह के आरोप लगा चुके हैं। कहा जाता है कि रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लालू परिवार ने बिहार में कई भूखंड लिए। कई प्लाट पटना स्थित उनके खटाल के आसपास है। सीबीआइ के छापे वहां भी पड़े हैं।

ममता बनर्जी ने कही थी सीबीआइ जांच की बात

सुशील मोदी के पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ऐसे मामलों के संज्ञान में आने की बात स्वीकार की थी। बात 2009 की है। तब ममता बनर्जी रेल मंत्री थी और उन्होंने सीबीआइ जांच की बात कही थी। हालांकि, उस वक्त लालू प्रसाद ने ऐसे आरोपों को खारिज कर दिया था और कहा था कि उन्होंने ईमानदारी से काम किया है। इसके अतिरिक्त वह कुछ नहीं जानते हैं।

जमीन के बदले नौकरी की तर्ज पर हुआ घोटाला

लालू प्रसाद यादव के बड़े राजनीतिक विरोधी बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्‍य सुशील कुमार मोदी के अनुसार लालू यादव ने 'तुम मुझे जमीन दो, मैं तुम्हें नौकरी दूंगा' की तर्ज पर इस घोटाले को अंजाम दिया था। लालू यादव ले रेलमंत्री रहते रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी देने के बदले दर्जनों लोगों से जमीनें लिखवाईं। सुशील मोदी के अनुसार जमीन पहले दूसरे के नाम पर रजिस्ट्री होती थी, फिर कुछ सालों बाद उसे लालू परिवार के किसी सदस्‍य के नाम पर गिफ्ट करवा लिया जाता था। गोरखधंधा कैसे चलता था, यह बताते हुए उन्‍होने कहा कि रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी के बदले जमीन की रजिस्ट्री किसी अन्‍य के नाम पर करवाई, फिर अपने नाम पर गिफ्ट करवा लिया।


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