राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन: RJD ने किया हंगामा, नाराज हुईं सुमित्रा महाजन
पटना के ज्ञान भवन में शुरू हुए राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन की शुरुआत के बाद जैसे ही मंच से बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बोलना शुरू किया राजद नेताओं ने जमकर हंगामा किया।
पटना [जेएनएन]। पटना के ज्ञान भवन में आज से छठा भारत प्रक्षेत्र राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन शुरू हो गया है। दीप प्रज्वलित कर दो दिवसीय इस सम्मेलन की विधिवत शुरूआत हुई। सम्मेलन की अध्यक्षता लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन कर रही हैं। सम्मेलन में कई देशों के प्रतिनिधिगण भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन की शुरूआत करते हुए जैसे ही मंच से बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सुशील मोदी ने भाषण देना शुरू किया कार्यक्रम में उपस्थित राजद के विधायकों ने जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। राजद नेताओं का कहना था कि सुशील मोदी ने मंच से एेसा क्यों कहा कि बिहार के चार मुख्यमंत्रियों के जेल जाने का बयान क्यों दिया?
सुमित्रा महाजन ने नाराजगी जाहिर की
राजद के हंगामे पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने हंगामा कर रहे लोगों के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि इस तरह नारेबाजी कर बिहार को बदनाम ना करें। सुमित्रा महाजन ने विधायकों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि ये कोई विधानसभा नहीं है जिसमें आप हंगामा कर रहे हैं। जिनको हंगामा करना हो वो बाहर जा सकते हैं।
राजद नेताओं ने कहा-सुशील मोदी नीरव मोदी का नाम क्यों नहीं लेते
राजद नेता शक्ति यादव ने कहा कि सुशील मोदी नीरव मोदी का नाम क्यों नहीं ले रहे हैं? उन्होंने कहा कि उनके नेता का नाम सबके सामने जानबूझकर उछाला जा रहा है। राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि हम लोग इस कार्यक्रम का बहिष्कार करते हैं। उन्होंने कहा कि सृजन घोटाला करने वालों के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ है। इसे राजनीतिक मंच बनाने का काम किया गया है।
जदयू ने कसा तंज
वहीं दूसरी ओर जदयू के नेता अजय आलोक ने कहा कि राजद नेताओं को ऐसा लग रहा था कि इतने बड़े कार्यक्रम का क्रेडिट नीतीश कुमार नहीं ले लें, इसलिए उन्होंने इन लोगों ने एेसा हंगामा किया है और बिहार की छवि को खराब करने का काम किया है।
इधर, हंगामा के बाद राजद के सभी जनप्रतिनिधि कार्यक्रम का बहिष्कार कर चुके हैं और नारेबाजी करते हुए ज्ञान भवन से बाहर निकल चुके हैं। ज्ञान भवन के पास हंगामा जारी है और राजद नेताओं का कहना है कि नीतीश और सुशील मोदी ने इसे राजनीतिक मंच बना दिया है।
सम्मेलन में दो एजेंडों पर होगी चर्चा
तीन दिवसीय सम्मेलन में 'विकास एजेंडे में संसद की भूमिका' और 'विधायिका और न्यायपालिका-लोकतंत्र के दो महत्वपूर्ण स्तम्भ' विषयों पर चर्चा की जाएगी। सत्र में लोकसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति डा. मुरली मनोहर जोशी, विधि एवं न्याय और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद दो पूर्ण सत्रों को संबोधित करेंगे। वहीं राज्यपाल सत्यपाल मलिक 18 फरवरी को बिहार विधानसभा में होने वाले समापन सत्र को संबोधित करेंगे।