RJD स्थापना दिवस समारोह में साथ पहुंचे तेजस्वी-तेज प्रताप, कहा: हम एक हैं
राजद का 22वां स्थापना दिवस समारोह पहली बार लालू प्रसाद के बिना संपन्न हुआ। समारोह में तेजस्वी व तेजप्रताप एक साथ पहुंचे। उन्होंने परिवार में तकरार की बात को खारिज किया।
By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 05 Jul 2018 10:32 AM (IST)Updated: Thu, 05 Jul 2018 10:37 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। पिछले कुछ दिनों से लालू-राबड़ी परिवार में तकरार की बात को तेजस्वी और तेज प्रताप ने गुरुवार को मंच से एक साथ खारिज करते हुए एकता का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम स्थल पर दोनों भाई साथ-साथ आए और तेज प्रताप ने मंच पर ही तेजस्वी को चांदी का मुकुट पहनाया। इस दौरान तेजस्वी ने बड़े भाई का पैर छूकर आशीर्वाद लिया और कहा कि राजद में नेतृत्व का कोई मुद्दा नहीं है। मेरे बड़े भाई ने पहले भी कई बार आशीर्वाद दिया है।
पिछले 22 वर्षों में पहला मौका था जब लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में राजद का स्थापना दिवस मनाया गया। इसमें राबड़ी देवी ने भी शिरकत नहीं की। तेजस्वी ने कहा कि कुछ लोग हम दोनों के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं। पार्टी जब बड़ी हो जाती हैं तो ऐसी साजिशें होती हैं।
तेज प्रताप के भाषण के दौरान उनके समर्थकों ने तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया। तेज प्रताप ने भी खुद की तुलना श्रीकृष्ण से करते हुए तेजस्वी से मनमुटाव की खबरों को खारिज किया। छोटे भाई को अर्जुन बताते हुए कहा कि हमें आगे जाना है। जो लोग जलते हैं, वे जलें। तेज प्रताप ने कहा कि तेजस्वी को दिल्ली जाना है। इसके बाद पार्टी की कमान मेरे पास होगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे और संचालन प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने किया। कार्यक्रम को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी, कांति सिंह, सांसद जयप्रकाश नारायण यादव, बुलो मंडल, मंगनीलाल मंडल, अवध बिहारी चौधरी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, रामजी मांझी, विद्यासागर निषाद, अशोक कुमार सिंह, डॉ. तनवीर हसन, शिवचंद्र राम, भाई वीरेंद्र, डॉ. सुरेंद्र यादव, स्वीटी सीमा हेम्ब्रम, नंदू यादव, आभालता एवं समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। इस दौरान लोजपा, रालोसपा, जदयू एवं भाजपा छोड़कर आए हुए कई नेताओं को राजद की सदस्यता दिलाई गई।
पहली बार शामिल नहीं हो सके लालू
लालू प्रसाद यादव ने जनता दल से अलग होकर 5 जुलाई 1997 को राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया था। पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में पहली बार लालू प्रसाद यादव शामिल नहीं हो सके। चारा घोटाला में सजा पाए लालू इन दिनों जमानत पर रिहा होकर मुंबई में इलाज करा रहे हैं।
पिछले 22 वर्षों में पहला मौका था जब लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में राजद का स्थापना दिवस मनाया गया। इसमें राबड़ी देवी ने भी शिरकत नहीं की। तेजस्वी ने कहा कि कुछ लोग हम दोनों के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं। पार्टी जब बड़ी हो जाती हैं तो ऐसी साजिशें होती हैं।
तेज प्रताप के भाषण के दौरान उनके समर्थकों ने तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया। तेज प्रताप ने भी खुद की तुलना श्रीकृष्ण से करते हुए तेजस्वी से मनमुटाव की खबरों को खारिज किया। छोटे भाई को अर्जुन बताते हुए कहा कि हमें आगे जाना है। जो लोग जलते हैं, वे जलें। तेज प्रताप ने कहा कि तेजस्वी को दिल्ली जाना है। इसके बाद पार्टी की कमान मेरे पास होगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे और संचालन प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने किया। कार्यक्रम को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी, कांति सिंह, सांसद जयप्रकाश नारायण यादव, बुलो मंडल, मंगनीलाल मंडल, अवध बिहारी चौधरी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, रामजी मांझी, विद्यासागर निषाद, अशोक कुमार सिंह, डॉ. तनवीर हसन, शिवचंद्र राम, भाई वीरेंद्र, डॉ. सुरेंद्र यादव, स्वीटी सीमा हेम्ब्रम, नंदू यादव, आभालता एवं समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। इस दौरान लोजपा, रालोसपा, जदयू एवं भाजपा छोड़कर आए हुए कई नेताओं को राजद की सदस्यता दिलाई गई।
पहली बार शामिल नहीं हो सके लालू
लालू प्रसाद यादव ने जनता दल से अलग होकर 5 जुलाई 1997 को राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया था। पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में पहली बार लालू प्रसाद यादव शामिल नहीं हो सके। चारा घोटाला में सजा पाए लालू इन दिनों जमानत पर रिहा होकर मुंबई में इलाज करा रहे हैं।
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