निजी मकान में वर्षा जल संचय पर प्रॉपर्टी टैक्स में पांच फीसद छूट
पानी की एक-एक बूंद बचाएं। लोग चांद और मंगल ग्रह पर जा रहे हैं पर पानी का उत्पादन नहीं कर सकते।
पटना। पानी की एक-एक बूंद बचाएं। लोग चांद और मंगल ग्रह पर जा रहे हैं, पर पानी का उत्पादन नहीं हो सकता है। इसलिए जल का महत्व समझें। पटना नगर निगम क्षेत्र में निजी मकानों में वर्षा जल संचयन करने वालों को प्रॉपर्टी टैक्स में पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी। जबकि सरकारी भवनों में सरकार अपने स्तर से जल संचय करने जा रही है। ये बातें उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने वन महोत्सव के दौरान दानापुर रेलमंडल कार्यालय में पौधारोपण के बाद आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान कहीं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में दो साल के अंदर जल संरक्षण के क्षेत्र में काफी बदलाव दिखेगा। सभी जल स्रोतों को अतिक्रमणमुक्त बनाकर जल से भर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 'जल जीवन और हरियाली' कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण के लिए 'जल शक्ति योजना' प्रारंभ कर दी है। केंद्र और राज्य सरकार संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में 97 फीसद पानी खारा होने के कारण उपयोग नहीं किया सकता है। तीन फीसद पानी में मात्र 0.3 फीसद ही पीने योग्य है। कई स्थानों पर आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन की अधिकता की वजह से पानी प्रदूषित है। पूरी पृथ्वी तवे की तरह तप रही है। बढ़ते तापमान से पूरी दुनिया परेशान है। इस साल गर्मियों में फ्रांस का तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। राज्य के दरभंगा में टैंकर से पानी पहुंचाना पड़ा। पंजाब में भूजल 450 फीट नीचे चला गया है। जलवायु परिवर्तन से सभी त्रस्त हैं। जिन इलाकों में पहले कभी बाढ़ नहीं आती थी, वहा बाढ़ आ रही है। असामान्य और कम समय में ज्यादा बारिश की वजह से कई तरह की परेशानिया पैदा हो रही हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि चीन में रेलवे लाइन के किनारे घना पौधरोपण किया गया है। केंद्र सरकार से बात करेंगे।
इस अवसर पर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार रेलवे लाइन के किनारे, रेलवे कॉलोनी और स्टेशनों पर पौधारोपण कराने की योजना बनाएगी। दानापुर मंडल के डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर ने कहा कि रेलवे कॉलोनियों और स्टेशनों पर पर्याप्त स्थान है। हम पौधरोपण कराने के लिए तैयार हैं। इस अवसर पर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एसएस चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक विकास एके पांडेय, मुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक राकेश कुमार, क्षेत्रीय वन संरक्षक बीके गुप्ता, पारिस्थितिकी निदेशक संतोष तिवारी, सुरेंद्र सिंह, वन संरक्षक गोपाल सिंह, डीएफओ हेमंत पाटिल, एस कुमार सामी आदि मौजूद थे।
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