अपने लकी राजभवन पहुंचकर भावुक हुए कोविंद, किया भोजन, ये था मेन्यू
राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार बिहार पहुंचे रामनाथ कोविंद राजभवन गये। यहां पहुंचकर वे भावुक हो गये। दोपहर का भोजन किया। पुरानी यादें ताजा की।
पटना [राज्य ब्यूरो]। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विभिन्न पदों पर रहे। कई शहरों में उनके सरकारी और निजी आवास रहे, लेकिन पटना का राजभवन उन्हें अपने घर जैसा लगता है। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार पटना आए राष्ट्रपति ने गुरुवार को इस भवन में दोपहर का भोजन किया। चुनिंदा लोगों से मिले। पुराने अधिकारियों और कर्मचारियों का अभिवादन स्वीकारा और भावुक हुए। पुरानी यादें ताजा कीं।
पटना के राजभवन में कोविंद परिवार के साथ तकरीबन 22 महीने रहे। यह भवन कोविंद और उनके परिवार के लिए लकी भी है। करीब साढ़े तीन महीने के अंतराल के बाद राजभवन के पोर्टिकों में गाडिय़ों का काफिला आकर रुका तो राष्ट्रपति उनकी पत्नी और पुत्री कार से बाहर निकले। उनके लिए यह काफी परिचित जगह थी। कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद एक दूसरे की ओर देख मुस्कुराने लगे।
पुराने सहयोगियों से मिले राष्ट्रपति
कोविंद अपने पुराने सहयोगियों से मिले। राज्यपाल की सेवा में रहने वाले तकरीबन दस अफसरों से उन्होंने व्यक्तिगत मुलाकात की और हालचाल लिया। इनमें राज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, संयुक्त सचिव अनिल कुमार, अहमद महमूद और कई दूसरे अफसर प्रमुख रहे। इन अफसरों के अलावा महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव और पूर्व आइपीएस आचार्य किशोर कुणाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और रेडक्रॉस सोसायटी के सदस्यों से भी कोविंद ने मुलाकात की।
मुलाकात का सिलसिला थमा तो कोविंद भवन के ऊपरी हिस्से में पहुंचे। यहां बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक की ओर से राष्ट्रपति और उनके परिवार के लिए भोज आयोजित किया गया था। होटल मौर्य के शेफ ब्रजेश और शेफ हारूण रशीद के साथ ही उनकी पच्चीस सदस्यीय टीम ने राष्ट्रपति और उनके परिवार के लिए बिहार के कुछ खास पकवान बनाए थे। डायनिंग टेबल सजा और थोड़ी ही देर में पर राष्ट्रपति कोविंद, उनकी पत्नी सविता कोविंद, पुत्री स्वाति राज्यपाल सत्यपाल मलिक, पत्नी इकबाल मलिक आ बैठे।
यह मेन्यू था
राष्ट्रपति ने शाकाहारी भोजन किया। फिर उन्हें मशरूम-बेबी कॉर्न के गिलावट कबाब, पनीर-गाजर के सीककबाब और चना दाल बड़ा परोसा गया। उनके परिवार के सदस्यों के सामने पनीर बीरबली, गोभी मटर की सूखी सब्जी, लिट्टी, बैंगन का चोखा, बिहिंया पूड़ी, बचका, तिलौड़ी, तुअर और काली दाल, चार तरह की रोटियां, चावल परोसा गया। टेबल पर नॉनवेज भी रखा गया। मटन गिलावट कबाब, मुर्ग टिक्का लाजवाब, ग्रिल फिश। मीठा में कोविंद और उनके परिवार ने लीची पाई (शूगर फ्री), जलेबी रबड़ी और सुपले परोसा गया।
फोटो सेशन भी हुआ
भोजन के बाद राष्ट्रपति-राज्यपाल के परिवार के सदस्यों और अफसरों ने फोटो सेशन में भाग लिया। फिर गाडिय़ों का काफिला सजा और राष्ट्रपति के साथ ही उनका परिवार इनमें सवार हो गया। राष्ट्रपति ने यहां से विदा लेने के पहले अफसरों-कर्मचारियों से मुस्कुरा कर कहा, मैं फिर आऊंगा।