राजीवनगर में पुलिस-पब्लिक में झड़प
पटना। राजीवनगर में आवास निर्माण को लेकर रविवार को एक बार फिर पुलिस-पब्लिक में झड़प हुई
पटना। राजीवनगर में आवास निर्माण को लेकर रविवार को एक बार फिर पुलिस-पब्लिक में झड़प हुई। स्थानीय लोग रविवार को नेपालीनगर में आवास का निर्माण करा रहे थे। उसी वक्त पुलिस ने जाकर निर्माण कार्य रोकने की कोशिश है, लेकिन स्थानीय लोगों ने इसका जबरदस्त विरोध किया। देखते ही देखते घरों से महिलाएं भी निकल आई और पुलिस से भिड़ गई। काफी देर तक दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की का दौर चलता रहा। लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी शुरू कर दी। हंगामा तेज होते ही कई थानों से पुलिस लेकर पुलिस उपाधीक्षक सिबली नोमानी मौके पर पहुंचे। तब तक काफी संख्या में स्थानीय लोग जुट चुके थे और पुलिस से दो-दो हाथ करने पर उतारू थे। पुलिस उपाधीक्षक ने काफी सावधानी से काम लिया है और लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह शांत कराया।
इस दौरान पुलिस ने आवास बोर्ड के अधिकारियों को बार-बार बुलाने का प्रयास किया, लेकिन कोई भी आवास बोर्ड का अधिकार मौके पर नहीं पहुंचा। हंगामा कर रहे स्थानीय लोगों का आरोप था कि राजीवनगर पुलिस निर्माण के नाम पर आर्थिक रूप से दोहन कर रही है। लोग किसानों से जमीन खरीदकर मकान का निर्माण कर रहे हैं लेकिन पुलिस पैसे की मांग कर रही है। पैसा नहीं देने पर मकान मालिक पर केस कर दिया जाता है। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि राजीवनगर में सबसे ज्यादा पुलिसकर्मियों के मकान बने हैं। पुलिस अगर मकान निर्माण पर रोक लगाना चाहती है तो फिर पुलिसकर्मियों के मकान कैसे बन रहे हैं? स्थानीय लोगों के सवालों का पुलिसकर्मी के पास कोई जवाब नहीं था, अन्त में पुलिस ने मौके से वापस लौट गई। वहीं, दूसरी ओर दीघा कृषि भूमि-आवास बचाओ संघर्ष समिति की ओर से धरना दिया गया। धरना पर बैठे समिति के अध्यक्ष मनोरंजन प्रसाद सिंह, स्थानीय विधायक संजीव चौरसिया, केके सिंह सहित कई लोगों ने भाग लिया।