3600 करोड़ से चमकेगी दानापुर मंडल की सूरत
पटना से ही खुलेगी संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस
पटना । रेल राज्यमंत्री मनोज कुमार सिन्हा ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत के दौरान कहा कि रेलवे की ओर से दानापुर मंडल के लिए पोटली खोल दी गई है। इसी माह से दानापुर मंडल में विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अभी दानापुर मंडल में 3600 करोड़ की योजनाओं को शुरू किया जा रहा है। सारी योजनाओं को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इसी माह से मोकामा में गंगा नदी पर बने वर्तमान रेलपुल के समानांतर दूसरा बड़ा व चौड़ा रेल पुल के निर्माण का कार्य नवंबर से जोर पकड़ने लगेगा। इसमें रेलवे की ओर से 1500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
रेल राज्यमंत्री श्री सिन्हा ने कहा कि किउल-गया रेलखंड के दोहरीकरण का काम चालू है, जिसपर रेलवे 1200 करोड़ की राशि खर्च करने जा रही है। 110 करोड़ की लागत से पटना-किउल रेलखंड के मनकट्ठा में बाइपास बनाकर अशोकधाम स्टेशन बनाने की योजना को स्वीकृति दी गई है। किउल नदी पर वर्तमान महासेतु के समानांतर एक दूसरा नया पुल बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इतना ही नहीं किउल व लखीसराय में नया यार्ड बनाने के लिए 164 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। रेलवे की ओर से 278 करोड़ से बिहारशरीफ-बरबिघा-शेखपुरा रेलखंड के निर्माण का कार्य चालू है और अगले दो वर्षो में इसे पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा दानापुर मंडल के पाटलिपुत्र स्टेशन के विकास के लिए 66 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। इसी तरह पटना जंक्शन समेत राजेन्द्र नगर टर्मिनल, दानापुर, पटना साहिब, बख्तियारपुर, मोकामा, किउल, आरा व बक्सर स्टेशनों के निर्माण में 100 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जा रही है।
मधुपुर से नहीं राजेन्द्र नगर टर्मिनल से ही चलेगी संपूर्ण क्रांति
रेल राज्यमंत्री श्री सिन्हा ने संपूर्ण क्रांति को मधुपुर से खोलने की बात पर कहा कि संपूर्ण क्रांति राजेन्द्र नगर टर्मिनल से ही पूरी भरकर खुलती है। इस ट्रेन को मधुपुर तक विस्तार देने का सवाल ही नहीं है। वे खुद ही इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि मुगलसराय से झाझा तक काफी व्यस्ततम लाइन है। इसकी व्यस्तता कम करने के लिए एवं ट्रेनों को समय से चलाने के लिए मुगलसराय से झाझा के बीच तीसरी लाइन के निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सर्वे रिपोर्ट का काम जारी है। रिपोर्ट मिलते ही निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके पहले डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। सहरसा-सरायगढ़-निर्मली रेलखंड को फरवरी 2019 तक चालू कर लिया जाएगा। कोसी नदी पर बने पुल से भी परिचालन शुरू हो जाएगा। इससे उत्तर बिहार के लोगों को काफी फायदा पहुंचेगा।