त्योहारों से पहले जेलों में छापेमारी से हड़कंप
रविवार को सूबे के सभी 58 जेलों में व्यापक स्तर पर छापेमारी की गई।
पटना। रविवार को सूबे के सभी 58 जेलों में व्यापक स्तर पर छापेमारी की गई। औचक कार्रवाई से राज्य के सभी जेलों में हड़कंप की स्थिति बन गई।
जेल आइजी मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि राज्य के सभी केंद्रीय, मंडल और उपकाराओं में एक साथ रविवार की सुबह दस बजे कार्रवाई शुरू की गई थी। इन छापेमारियों में कुल 32 मोबाइल फोन, 27 चार्जर, नौ सिमकार्ड, 605 ग्राम खैनी के अलावा 74 खैनी की पुरिया, 50.5 ग्राम गांजा, दस पीस चाकू और 48,690 रुपये की नकदी बरामद की गई है। जेल अस्पतालों का भी निरीक्षण किया गया। वहां भर्ती कैदी मरीजों के औचित्य की भी जांच की गई। उन्होंने यह भी कहा कि जिन जेलों से मोबाइल फोन, चार्जर, नशीले पदार्थ और चाकू जैसे परंपरागत हथियार बरामद किए गए हैं, उन जेलों के दोषी पदाधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जा रही है। बेउर जेल में मिला एक मोबाइल व चार्जर
पटना । आदर्श केन्द्रीय कारा, बेउर में छापेमारी के दौरान पुलिस प्रशासन ने सारे वार्डो को खंगाल दिया। हालांकि, तलाशी के दौरान पुलिस को महज एक मोबाइल व एक चार्जर से ही संतोष करना पड़ा।
कारा सूत्रों की मानें तो बेउर जेल में बंद रीतलाल यादव, हैप्पी सिंह, बृजनाथी हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त बब्लू सिंह, गुड्डू सिंह, अमित कुमार समेत सभी दबंग कैदियों के वार्ड की सघन तलाशी ली गई। एसएसपी व उनकी टीम ने हैप्पी सिंह, गुड्डू सिंह, नौबतपुर के रुपेश सिंह, गुलाब सिंह, अनिस सिंह, बब्लू सिंह, अमित सिंह आदि अपराध में सक्रिय रहने वाले कैदियों को जेल के मैदान में बुलाकर सख्ती से कई घटनाओं की जानकारी ली। हालांकि किसी भी कैदी ने किसी घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया। पुलिस अधिकारियों की मानें तो उनके बीच के ही किसी पुलिसकर्मी ने कैदियों के बीच छापेमारी की बात लीक कर दी। यही कारण है कि सारे कैदी सतर्क हो गए थे। एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में बाढ़ उपकारा में छापेमारी की गई। उपकारा के वार्ड के पीछे से पुलिस ने चार चार्जर और एक मोबाइल बरामद किया। इसके साथ ही फुलवारीशरीफ व दानापुर जेल में भी छापेमारी की गई। इन जेलों से कुछ खास आपत्तिजनक सामान नहीं मिला।