बहू के आते ही बढ़ा राबड़ी का राजनीतिक कद, बनी विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष
राबड़ी देवी के घर बहू आते ही लालू परिवार की खुशियां बढ़ गई है। एक ओर जहां शुक्रवार को लालू यादव को छह हफ्तों के लिए जमानत मिली, वहीं राबड़ी देवी का राजनीतिक कद भी बढ़ गया है।
पटना [जेएनएन]। राबड़ी देवी के घर बहू के आते ही लालू परिवार में खुशियां आने लगी है। शादी के एक दिन पहले जहां लालू प्रसाद को अंतरिम जमानत के तौर पर राहत मिली, वहीं शादी के दिन राबड़ी देवी का राजनीतिक कद बढ़ गया। उन्हें बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की मान्यता मिल गई है। इस संबंध में विधान परिषद द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। विधान परिषद के उपसभापति हारून रशीद ने अधिसूचना जारी की है।
अधिसूचना जारी होने के साथ ही आज से नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राबड़ी देवी को सभी सुविधाएं मिलने लगेंगी। हारून रशीद ने कहा कि राजद नेता व बिहार प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने पत्र लिख कर राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने की मांग की थी।
नियमानुसार 10 सदस्य होने पर ही किसी पार्टी के नेता को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिलता है। लेकिन सारे विचारों के बाद मान्यता दी गई है। बता दें कि विधान परिषद में राजग के 9 सदस्य हैं जिसको लेकर संख्या पर सवाल उठे थे। उप सभापति ने कहा कि ये सभापति की विवेकाधिकार है। इससे पहले भी 9 की संख्या में प्रतिपक्ष की मान्यता मिली है।
शादी से एक दिन पहले लालू यादव को मिली अंतरिम जमानत
बेटे तेजप्रताप की शादी से ठीक एक दिन पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के लिए राहत मिली। रांची हाइकोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हुई और कोर्ट ने उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें इलाज के लिए छह सप्ताह का प्रोविजनल बेल दे दिया गया।
लालू यादव की बेल पर राजद ने वरिष्ठ नेता रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि घर में नई बहू के आगमन से पहले शुभ संकेत दिख रहे हैं। तेजप्रताप की शादी के साथ ही सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या के शुभ कदमों से परिवार पर आए विपत्ति के बादल छंट जाएंगे। हमें उम्मीद है कि अंतरिम जमानत के बाद अब उन्हें नियमित जमानत भी मिल जाएगी।