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पटना में पुणे का ईरानी गिरोह, CBI, विजिलेंस और इनकम टैक्स अधिकारी बन करते हैं ठगी, जानें Patna News

राजधानी में एक बार फिर से पुणे का ईरानी गिरोह सक्रिय हो गया है। इसके सदस्य पटनावासियों को वातों में फंसाकर लूट रहे हैं। जानें कैसे गिरोह के सदस्य करते हैं काम।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 09:03 AM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 09:03 AM (IST)
पटना में पुणे का ईरानी गिरोह, CBI, विजिलेंस और इनकम टैक्स अधिकारी बन करते हैं ठगी, जानें Patna News

पटना, जेएनएन। पटना में पुणे का ईरानी गिरोह एक बार फिर सक्रिय हो गया है। इसके सदस्य सीबीआइ, विजिलेंस, पुलिस और इनकम टैक्स का अधिकारी बनकर लोगों को चपत लगाते हैं। राजधीन में गिरोह के सदस्यों ने 24 घंटे के अंदर दो थाना क्षेत्रों में तीन महिलाओं से ठगी करने का प्रयास किया, जिसमें एक में सफल हो गए।

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पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में कुर्जी के पास गिरोह के दो सदस्यों ने बेवकूफ बनाकर महिला से सोने की चेन, चार चूड़ियां और अंगूठी ठग ली, जबकि कदमकुआं इलाके की दो महिलाएं अपनी सूझ-बूझ के कारण बच निकलीं। मामले को लेकर सिटी एसपी (सेंट्रल) विनय तिवारी ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।

आगे मर्डर हो गया है...और लूट लिया

कदमकुआं थाना क्षेत्र में काजीपुर के पास बुधवार की दोपहर रिक्शा से जा रही महिला को दो लड़कों ने रोका। वह एक्जीबिशन रोड से काजीपुर स्थित रिश्तेदार के घर जा रही थीं। दोनों लड़कों ने खुद को विजिलेंस का अधिकारी बनकर कहा कि आगे मर्डर हुआ है। आप इतने गहने पहनकर कहां जा रही हैं? महिला ने पूछा - आप वर्दी में क्यों नहीं हैं? इस पर उन्होंने कहा कि हम विजिलेंस में हैं, इसलिए वर्दी नहीं पहनते।

महिला को उनकी बातों पर शक हुआ। उन्होंने फौरन एक मकान की तरफ अंगुली से इशारा करते हुए कहा कि आप निश्चिंत रहें, यही मेरा घर है। इतना सुनने के बाद दोनों जालसाज पलक झपकते ही भाग निकले। इसके बाद महिला ने एसएसपी गरिमा मलिक के मोबाइल पर कॉल कर घटना की जानकारी दी।

बुधवार की दोपहर करीब तीन बजे कुर्जी की पटेल कॉलोनी निवासी श्रीचंद अपनी पत्नी कांता रानी के साथ स्कूटर से अल्पना मार्केट जा रहे थे। कुर्जी के पास दो लड़कों ने उन्हें रोका और कहा कि आपको पुलिस बुला रही थी, फिर रुके क्यों नहीं? जब श्रीचंद ने पूछा कि हमें पुलिस क्यों बुलाएगी तो उन्होंने कहा कि आगे मर्डर हुआ है। कांता को उन्होंने कहा कि आप इतने गहने पहनकर जा रही हैं। आप लोग पेपर नहीं पढ़ते। छिनतई में हत्याएं हो रही हैं। ये सुनकर दंपती घबरा गए। कांता ने गले से सोने की चेन, हाथ से सोने की चार चूड़ियां व अंगुली से अंगूठी उतार दी और बैग में रखने लगीं। तभी एक जालसाज ने कहा कि लाइए, मैं रख देता हूं। उसने सारे गहन ले लिए और बदले में सोने की चार नकली चूड़ियां रख दीं। घर लौटने पर दंपती को ठगी का पता चला, फिर उन्होंने पाटलिपुत्र थाने में शिकायत दर्ज कराई।

आगे जाना खतरे से खाली नहीं...

गुरुवार की सुबह कदमकुआं थानांतर्गत वैशाली गोलंबर के पास दो जालसाजों ने विजिलेंस अधिकारी बनकर रिक्शे से जा रही महिला को रोका। उनसे कहा कि आगे गोली चल रही है। एक आदमी का मर्डर हो गया है। आपको पता नहीं? आगे जाना खतरे से खाली नहीं है। हम विजिलेंस से हैं। गहने उतारकर बैग में रख लीजिए। वे बार-बार जल्दी गहने खोलने को कह रहे थे।

महिला को संदेह हुआ कि आखिर किसी की हत्या हुई है तो राहगीरों के गहने क्यों उतरवाएंगे और कहीं से गोली चलने की आवाज भी सुनाई नहीं दे रही थी। तब महिला ने विपरीत दिशा से आ रहे लोगों को आवाज लगाकर रुकने के लिए बोला। महिला की समझदारी पर जालसाज सकपका गए और वहां से भाग निकले। महिला ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई, लेकिन मामला थाना पुलिस के संज्ञान में आ गया। पुलिस सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है।

पुलिस ने बना रखा है विशेष ग्रुप

ईरानी गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए कई राज्यों की पुलिस ने वाट्सएप पर विशेष ग्रुप बना रखा है। इस ग्रुप में सभी राज्यों की पुलिस केवल में ईरानी गिरोह से जुड़ी सूचनाएं ही आदान-प्रदान करते हैं। गिरोह के सदस्य अलग-अलग टुकड़ियों में महिलाओं, पुरुषों और दुकानदारों को शिकार बनाते हैं।

बाइक से ही सफर कर लेते हैं हजारों मील

पांच जुलाई को कदमकुआं थाने की पुलिस ने बाकरगंज से ईरानी गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया था, जो दिल्ली पुलिस का अधिकारी बनकर एक स्वर्ण व्यवसायी को ठगने आया था। आरोपित की पहचान पुणो निवासी कासिम युसूफ बेग के रूप में हुई थी। उसके पास से यूपी नंबर बाइक, पुलिस व प्रेस का फर्जी पहचानपत्र आदि बरामद किया गया था। कासिम ने बताया था कि उसके गिरोह के सदस्य बाइक से ही कई राज्यों का भ्रमण करते हैं। वारदात को अंजाम देने के बाद वे बाइक से दूसरे राज्यों में शिकार ढूंढने के लिए निकल जाते हैं।


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