सैदपुर नहर को पाटने और सुरक्षित करने को ले प्रदर्शन
राजेन्द्र नगर की सीमा पर स्थित एनसीसी कार्यालय से लेकर पटना सिटी अनुमंडल क्षेत्र के गायघाट तक खुली नहर से खतरा
पटना सिटी। राजेन्द्र नगर की सीमा पर स्थित एनसीसी कार्यालय से लेकर पटना सिटी अनुमंडल क्षेत्र के गायघाट स्थित पावर ग्रिड और उससे आगे एनएच-30 तक सैदपुर-रामपुर नहर खुली है। करीब साढ़े तीन किलोमीटर इस लंबे और कच्चे पाट वाले करीब 80 फीट चौड़ी नहर के दोनों ओर बनी सड़क के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। नहर के उत्तर-दक्षिण की सड़क वाहन और पैदल चलने लायक नहीं बची है। आसपास बसे दर्जनों मोहल्लों के लाखों लोगों के बीच यह नहर बीमारियां बांट रही है। खुले नाले में वाहन व लोग गिर कर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। इस तमाम खतरों को विराम लगाने के लिए इस खुले नहर को पाट कर चौड़ी सड़क बनाना बेहद जरूरी है।
ये बातें सोमवार को शनिचरा के समीप जमा होकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहीं। पाटलिपुत्र नगर विकास समिति के बैनर तले जमा लोग नाला को पाटने, इसकी घेराबंदी कर सुरक्षित करने, सड़क के नीचे की मिट्टी का बहाव रोकने जैसे मांगें पूरी करने को लेकर धरना पर बैठ गए। समिति अध्यक्ष बबलू कुमार ने कहा कि खुले नाले से मच्छर का प्रकोप झेलना पड़ता है। बरसात में महामारी की संभावना बढ़ जाती है। अधिवक्ता मो. मुश्ताक आलम ने कहा कि नहर पाट कर सड़क बन जाने से पटना सिटी की जाम समस्या खत्म हो जाएगी। राकेश कुमार ने आए दिन इस नाला में राहगीर गिर कर जख्मी होते हैं। भुट्टो खान ने कहा कि नहर के दक्षिण की सड़क चलने लायक नहीं है। उत्तर की सड़क खोखली हो चुकी है। धरना सभा में अंजनी कुमार, डॉ. सुशील कुमार, रविन्द्र कुमार, सुधीर कुमार, मो. नौशाद आलम, रणवीर मेहता, मनोज कुमार, मो. मोजम्मिल, मो. अब्दुल आलम, मो. जफ्फार, मुरारी मेहता समेत अन्य ने अपने विचार रखे।