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प्रिंसिपल ने डीआइजी को किया मैसेज, स्कूल के बाहर से धराए दस नाबालिग मनचले

पटना के स्कूलों के बाहर रोजाना छेड़छाड़ की घटना आम होती जा रही है। मनचलों से त्रस्त छात्राओं का स्कूल से निकलना तक दूभर हो गया है। पुलिसिया कार्रवाई में 12 करीब 12 लोगों को पकड़ा गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 30 Nov 2018 05:43 PM (IST)Updated: Fri, 30 Nov 2018 05:43 PM (IST)
प्रिंसिपल ने डीआइजी को किया मैसेज, स्कूल के बाहर से धराए दस नाबालिग मनचले
प्रिंसिपल ने डीआइजी को किया मैसेज, स्कूल के बाहर से धराए दस नाबालिग मनचले

पटना, जेएनएन। बस इंतजार लड़कियों के निकलने का। समय हुआ नहीं की गेट के बाहर पहुंच गए। निकलते हुए तो छात्राओं को देखा ही बाइक से साथ-साथ कुछ दूर फब्तियां कसीं। ये हाल पटना में रोज का है। महिला कॉलेज के बाहर लड़कियां छेड़छाड़ का रोजाना शिकार होती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सेंट्रल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (डीआइजी) राजेश कुमार की एसओजी ने गठन के बाद गुरुवार को छात्राओं की सुरक्षा को लेकर बड़ी कार्रवाई की। अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) अनिल कुमार की अध्यक्षता में दीघा थाने की पुलिस के साथ कमांडो ने कुर्जी बालूपर इलाके से दर्जनभर मनचलों को दबोच लिया। इनमें 10 नाबालिग हैं।

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स्कूल के बाहर लग जाता है जमावड़ा

दरअसल, गुरुवार को डीआइजी के सरकारी मोबाइल नंबर पर एक प्रतिष्ठित स्कूल के प्रिंसिपल ने वाट्सएप किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि छुट्टी के वक्त दोपहर डेढ़ से दो बजे के बीच स्कूल के बाहर मनचलों का जमावड़ा लग जाता है। वे स्कूल की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसके कारण छात्राओं में भय का माहौल है। डीआइजी ने एएसपी को फौरन कार्रवाई करने का आदेश दिया। इसके बाद कमांडो सादे लिबास में स्कूल के आसपास घूमने लगे। दीघा थाने की पुलिस कुछ दूरी पर मौजूद थे।

टीम का नेतृत्व एएसपी स्वयं कर रहे थे। जैसे ही मनचलों की टोली छात्राओं को परेशान करने लगी कि कमांडो ने उन्हें दबोच लिया और थाने की जिप्सी पर बैठा दिया। उन्हें थाने पर लाने के बाद पूछताछ की गई तो मालूम हुआ कि इनमें से अधिकांश 14 से 17 वर्ष की आयु के हैं। वे विभिन्न स्कूलों में पढ़ते हैं, इसलिए पुलिस ने उन्हें सुधरने का एक मौका दिया है। उनके अभिभावकों को थाने पर बुलाकर बेटों की करतूत बताई गई। साथ ही वे जिस स्कूल में पढ़ते हैं, वहां भी पुलिस पत्र भेज रही है, ताकि स्कूल प्रबंधन को पता चल सके कि उनके यहां व्यवहार बनाने का सही प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है। पत्र में यह भी लिखा गया है कि गलत हरकत में रहने वाले बच्चों का नोटिस बोर्ड पर फोटो लगाया जाए, जिससे उन्हें शर्मिंदगी महसूस हो और वे भविष्य में गलती को न दोहराएं।

मनचलों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई

डीअाइजी सेंट्रल रेंज राजेश कुमार ने कहा कि एसओजी ने गठन के बाद मनचलों के खिलाफ पहली कार्रवाई की गई है। सभी स्कूली छात्र हैं। अभिभावकों को भी बच्चों के कार्यकलापों पर नजर रखनी चाहिए, ताकि वे किसी तरह के अपराध का हिस्सा न बनें।


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