बिहार में शराब तस्करों की अब खैर नहीं, 30 जिलों के इंस्पेक्टर की दी जा रही है खास ट्रेनिंग
बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब तस्करी की खबरें लगातार आती रहती हैं। ऐसे में सरकार पुलिस को खास ट्रेनिंग दी जा रही है जिसके जरिए शराब का अवैध कारोबार करने वाले अपराधियों की नकेल कसी जा सके।
राज्य ब्यूरो, पटना । बिहार सरकार ने शराब तस्करों की नकेल कसने की तैयारी में एक और पहल की है। शराब का अवैध कारोबार करने वाले तस्करों को दबोचने के लिए सूबे की पुलिस को खास ट्रेनिंग दी जाएगी। बिहार के जिलों के पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को मद्य निषेध का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें शराबबंदी को लागू करने के तरीके और मद्य निषेध से जुड़े कानूनों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। मंगलवार को सरदार पटेल स्थित पुलिस मुख्यालय में इससे जुड़े दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण की शुरुआत हुई। पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण आलोक राज ने इसका उद्घाटन किया।
इंस्पेक्टर बनेंगे अब मास्टर ट्रेनर
मिली जानकारी के मुताबिक पहले चरण में राज्य के 30 बड़े जिलों के एक-एक इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारियों को प्रशिक्षण में शामिल किया गया है। मद्य-निषेध एसपी, डीएसपी के साथ लोक अभियोजक व जिला कल्याण पदाधिकारी बतौर प्रशिक्षक ट्रेनिंग दे रहे हैं। प्रशिक्षण पाने के बाद सभी इंस्पेक्टर मास्टर ट्रेनर के रूप में अपने जिलों में जाकर अन्य पुलिस पदाधिकारियों को मद्य निषेध से जुड़ा प्रशिक्षण देंगे। गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद भी शराब तस्करी की आए दिन खबरें आती रहती हैं। ऐसे में शराब तस्करों पर नकेल कसने के लिए पुलिस की ये पहल कितनी कारगर साबित होगी ये देखने वाली बात होगी।
डीजी आलोक राज ने राज्य में शराबबंदी के पांच वर्ष पूरे होने तथा समाज पर इसके सकारात्मक प्रभाव को रेखांकित किया। डीजी आलोक राज ने कहा कि बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह से लागू करने एवं इससे संबंधित सरकारी नियम को सफलतापूर्वक लागू करने में यह प्रशिक्षण काफी लाभदायक होगा। पुलिस पदाधिकारी न सिर्फ मद्य निषेध को प्रभावी तरीके राज्य में लागू करें, बल्कि जांच कर दोषियों को सजा दिलाने में भी अहम भूमिका निभाएं। उन्होंने बताया कि इस कोर्स के बाद जल्द ही राज्यस्तरीय अन्य कोर्स भी आयोजित किए जाएंगे। इस मौके पर एडीजी (प्रशिक्षण) आर मलार विजी, मद्य निषेध एसपी विजय कुमार वर्मा, सहायक पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार सिंह समेत कई वरीय पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।