कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी सीबीआइ को सौंप दे सरकार : प्रेम कुमार
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार में बढ़ते अपराध को रोक पाने में सरकार सफल नहीं हो पा रही है। इससे तो अच्छा होगा कि मुख्यमंत्री राज्य की कानून-व्यवस्था संभालने की भी जिम्मेदारी सीबीआइ को दे दें।
पटना। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार में बढ़ते अपराध को रोक पाने में सरकार सफल नहीं हो पा रही है।
आम जनता में भय घर करता जा रहा है। पुलिस अब चोरी की घटनाओं का उद्भेदन कर पाने में भी असक्षम साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी जवाबदेही से मुक्त होने के लिए इस घटना की जांच सीबीआइ से कराने की अनुशंसा करवा रहे हैं। इससे तो अच्छा होगा कि मुख्यमंत्री राज्य की कानून-व्यवस्था संभालने की भी जिम्मेदारी सीबीआइ को दे दें।
प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार में बैंक डकैती का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। राहजनी, लूट और चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। गांव-समाज में सामाजिक अपराध अपने चरम पर है।
राज्य सरकार बढ़ते अपराध को रोक पाने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है और मुख्यमंत्री कहते हैं कि राज्य में अपराध पर अंकुश लगेगा। कोताही बरतने पर अफसर नपेंगे। आखिर बिहार में बढ़ते अपराध पर अंकुश कब लगेगा?
उन्होंने कहा कि जमुई में भगवान महावीर की 2600 साल पुरानी मूर्ति की चोरी का पता अब तक नहीं लग पाया है। क्या यह पुलिस अफसरों की नाकामी नहीं है? इस पर सख्ती बरतने के बदले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मामले को ही सीबीआइ को सौंप कर जवाबदेही से बचना चाहते हैं। अगर वे जवाबदेही से ही बचना चाहते हैं तो राज्य की कानून व व्यवस्था संभालने की ही जिम्मेदारी भी सीबीआइ को ही सौंप दे।
प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार बताएं कि राज्य में अब तक घटित लूट, चोरी, डकैती व अन्य आपराधिक घटनाओं में क्या कार्रवाई हुई है? राज्य में अपराधियों का इतना मनोबल बढ़ गया है कि ऐसा करने वाले लोगों को ही केस वापस लेने की धमकी देने लगे हैं। सरकार से विपक्ष यह मांग करती है कि बिहार की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को अविलंब सुधारा जाए, ताकि राज्य की जनता भयमुक्त वातावरण में जीवन बसर कर सके।