पटना के मोकामा में FCI कर्मी से पोस्टर चस्पा मांगी रंगदारी, न देने पर मारी गोली- दो गिरफ्तार
राजधानी के मोकामा में रंगदारी देने से मना करने पर एफसीआइ कर्मचारी को गोली मारने की घटना में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार भी किया है। आरोपितों ने पर्चा चस्पाकर दो लाख रुपये रंगदारी मांगी थी।
संवाद सूत्र, मोकामा (पटना): रंगदारी देने से मना करने पर एफसीआइ कर्मचारी सरयुग महतो को गोली मारने की घटना में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार भी किया है। गिरफ्तार बदमाशों में पंडारक थाना क्षेत्र के ममरखावाद निवासी रंजीत साव व रामनगर गांव निवासी कुंदन कुमार हैं। बेगूसराय के नर्सिंग होम में इलाजरत कर्मी की स्थिति गंभीर बनी हुई है। दोनों आरोपितों ने पोस्टर चस्पाकर रंगदारी मांगी थी।
पीड़ित के पुत्र के बयान पर केस दर्ज
जख्मी एफसीआइकर्मी के पुत्र बलराम महतो के बयान पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। रंजीत, कुंदन व झापो साव को आरोपित किया गया है। बलराम का कहना है कि झापो साव ने ही साथियों की मदद से फिरौती के लिए पुत्र का अपहरण किया था। जेल से जमानत पर आने के बाद फिर रंगदारी की मांग करने लगा। शुक्रवार को भी घायल के पुत्र ने पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि जब भी रंगदारी की मांग की जाती थी, पुलिस को सूचना देते रहे। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अगर पुलिस सक्रिय होती तो पिता पर जानलेवा हमला नहीं होता।
सहमें हैं स्वजन
वारदात के बाद से स्वजन सहमे हैं। दिन में भी दरवाजे का कुंडी चढ़ाकर रह रहे हैं। पुलिस ने सुरक्षा के प्रबंध नहीं किए हैं। पीडि़त की यह भी शिकायत है कि वारदात का मुख्य आरोपित झग्गू साव पुलिस की पकड़ से दूर है।
पर्चा चस्पाकर मांगी थी दो लाख की रंगदारी
घोसवरी थाना क्षेत्र के रामनगर गांव निवासी एफसीआइकर्मी से दो लाख की रंगदारी मांगी गई थी। देने से मना करने पर बदमाशों ने दोबारा पर्चा चस्पाया था। इसमें पांच लाख रंगदारी की रकम कर दी गई थी। थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस टीम गठित की गई है। उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।