सर्जिकल स्ट्राइक: शिवानंद से केजरीवाल तक, इन्होंने उठाए थे सवाल ...अब देंगे जवाब
पाकिस्तान में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर बिहार के शिवानंद तिवारी से लेकर दिल्ली के अरविंद केजरीवाल तक ने सवाल उठाए थे। लेकिन, अब इस ऑपरेशन का वीडियो सामने आ गया है।
पटना [अमित आलोक]। जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में हमले के विरोध में बीते 29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक कर उसे आतंकवाद के खिलाफ मुंहतोड़ जवाब दिया था। तब इसपर जमकर सियासत हुई थी। विपक्ष ने सवाल उठाते हुए इसे 'फर्जिकल स्ट्राइक' तक कहा था। हाल में भी इसपर कई बड़े राजनेताओं ने सवाल खड़े किए थे।
सेना के इस ऑपरेशन पर सवाल उठाने वालों में बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता शिवानंद तिवारी से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक शामिल हैं। लेकिन, बुधवार को जारी सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो ने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है। दूसरी ओर सीमा पर शहीद सैनिकों के परिजनों ने कहा कि वीडियो से उनका कलेजा ठंडा हो गया। आइए नजर डालते हैं सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ प्रमुख आलोचकों पर...
शिवानंद तिवारी
बिहार में राजद नेता शिवानंद तिवारी ने बुधवार को केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। इस दौरान उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक सीमा पर रोज मारे जा रहे हैं। 'सर्जिकल स्ट्राइक' फर्जिकल स्ट्राइक साबित हुआ है। उन्होंने मोदी सरकार को केवल डींग हाकने वालों की सरकार बताते हुए कहा कि इसके हाथों में देश सुरक्षित नहीं है।
अरूण शौरी
भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण शौरी ने बीते सोमवार को सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा था। कांग्रेस नेता सैफ़ुद्दीन सोज़ की बुक लॉन्च के अवसर पर शौरी ने इसे 'फर्जिकल स्ट्राइक' बताया था।
अरविंद केजरीवाल
आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी आलोचना की थी। उन्होंने कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए तीन मिनट का एक वीडियो जारी कर केंद्र सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। तब पाकिस्तानी मीडिया ने केजरीवाल के वीडियो को जमकर दिखाया था।
दिग्विजय सिंह
कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर हाल ही में विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि पहले भी ऐसे ऑपरेशन होते रहे थे। लेकिन, अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इसे लेकर हल्ला मचा रहे हैं
आलोचकों में ये भी रहे शामिल
पूर्व वित्तमंत्री पी चिदम्बरम व संजय निरूपम ने भी सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रश्नचिह्न लगाया। आलोचकों की लिस्ट में और भी कई शामिल रहे हैं।
शहीद सैनिकों के परिजन बोले- कलेजा ठंडा हो गया
दूसरी ओर बिहार की आम जनता व सीमा पर शहीद सैनिकों के परिजनों ने सर्जिकल स्ट्राइक को सही बताते हुए इसे वक्त की जरूरत करार दिया है। उन्होंने कहा है कि भारतीय सेना दुश्मनों से अपना हिसाब जरूर चुकता करेगी। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो से कलेजा ठंडा हो गया।
सर्जिकल स्ट्राइक की सूचना पर उड़ी में शहीद हुए गया के सैनिक सुनील की पत्नी किरण ने संतोष जताया था। शहीद सुनील की बेटी आरती ने भी कहा था कि दुश्मन को जवाब मिलेगा तो वह फिर हमारी ओर देखने की हिम्मत नहीं करेगा। उड़ी के ही शहीद भोजपुर के अशोक कुमार सिंह की विधवा संगीता देवी ने भी कहा था कि देर से ही सही, सरकार ने सही कदम उठाया।
वीडियो जारी होने के बाद इन शहीदों के परिजनों ने फिर अपनी बात दुहराई है। उन्होंने कहा कि आज उनका कलेजा ठंडा हो गया। साथ ही उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े करने वालों को देशभक्ति की नसीहत दी है।
लोगों में भी किया सेना के शौर्य को सलाम
सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सामने आने के बाद बिहार के लोगों ने भी सेना के शौर्य फिर सलाम किया है। पटना के नोट्रेडेम एकेडमी की छात्रा खुशी राज ने कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को उसके किए की सजा दी जाए। सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी होने के बाद बिहार में देशभक्ति का जज्बा हिलोरें मारने लगा है।
क्या है वीडियो में
18 सितंबर 2016 को पाकिस्तान की तरफ से हुए आतंकी हमले में भारत के 19 जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। सर्जिकल स्टाइक में पाकिस्तान के 38 आतंकवादी मारे गए थे।
सर्जिकल स्ट्राइक के लिए चार टारगेट बनाए गए थे। स्ट्राइक के 636 दिनों के बाद इसका वीडियो सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि भारत ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को कैसे सबक सिखाया था।
सर्जिकल स्ट्राइक को दो टीमों ने अंजाम दिया था, इस ऑपरेशन में पाकिस्तान स्थित कई लॉन्चिंग पैड को ध्वस्त कर दिया गया था। वीडियो में पाक टेरर कैंप तथा उसमें मौजूद आतंकी दिखाई दे रहे हैं। फिर एक धमाका के बाद धुएं का गुबार उठता नजर आता है। इसके बाद तबाही का मंजर भी दिखता है।