बिहार की सियासत में अब 'जिन्न' की एंट्री, लालू से कहा- अब तेरी बातों में नहीं आने वाला
बिहार के राजनीतिक महकमे में पोस्टर वॉर जारी है। एक-से-बढ़कर-एक पोस्टर जारी किए जा रहे हैं। जिन्न के साथ लालू की तस्वीर वाला पोस्टर सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
पटना, जेएनएन। बिहार में राजद और जदयू के बीच पोस्टर वार जारी है। दोनों पार्टियों के बीच एक से बढ़कर एक पोस्टर देखने को मिल रहे हैं। राजद ने जदयू पर वार करते हुए मंगलवार को पोस्टर जारी किया था, जिसमें एक पोस्टर में चुटीली कविता लिखी थी तो दूसरे पोस्टर में सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर तंज कसते हुए उन्हें कुर्सी के प्यारे, बिहार के हत्यारे की संज्ञा दी गई थी।
उस पोस्टर के जवाब में अब एक नया पोस्टर जारी किया गया है जिसमें राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ एक जिन्न को दिखाया गया है। इस पोस्टर में जिन्न लालू यादव से यह कह रहा है, 'अब तेरी बातों में नहीं आने वाला।'
इसके साथ ही पोस्टर के निचले हिस्से में कुछ लोग यह कहते नजर आ रहे हैं, 'क्या कीजिएगा, जब रखवाले ही चोरी करें, चोरी करके तुमसे ही सीनाजोरी करें।' पोस्टर पर नारा लिखा है, 'कहे बिहार सुनो भाई-बहनों, घोटालेबाजों के गुण तीन। मान हरे, धन संपत्ति लुटे और मति ले छीन।'
पोस्टर की दूसरी तरफ कई तस्वीरें लगी हैं जिसमें लिखा है-लो देख लो, इसके साथ ही कई तस्वीरें हैं जिसमें से एक तस्वीर में लालू यादव और शहाबुद्दीन को जेल के अंदर दिखाकर दावा किया गया है कि राज्य में न्याय का राज है। इसके साथ ही बिहार में हो रहे विकास कार्यों की तस्वीरें हैं।
दरअसल, कभी बिहार की राजनीति में 'जिन्न' शब्द चर्चा में बना रहता था। कहा जाता रहा है कि लालू यादव अपने इसी जिन्न के भरोसे बिहार की सत्ता पर करीब डेढ़ दशक तक शासन करते रहे। लालू के 'जिन्न' का मतलब अतिपिछड़े मतदाता हैं जो बिहार के कुल मतदाताओं में करीब 23 प्रतिशत हैं।
बता दें कि 90 के दशक में जब बैलेट पेपर पर चुनाव हुआ करता था, उस समय यह चर्चा रहती थी कि बैलेट बॉक्स से लालू का 'जिन्न' निकलेगा। हकीकत में भी उस दौरान बैलेट बॉक्स से लालू यादव का जिन्न भी निकलता था और उन्हें विजय मिलती थी। लालू का जिन्न कोई और नहीं, बल्कि अतिपछड़े मतदाता थे।