पटना में रात में चलने वाले ऑटो का वेरीफिकेशन करेगी पुलिस, नियमित होगी पेट्रोलिंग
शहर की सुरक्षा बेहतर करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त ने पुलिस को निर्देश दिया कि रात में चलने वाले ऑटो का वेरीफिकेशन करें। रेलवे स्टेशन बस स्टैंड एयरपोर्ट के आस-पास के इलाकों में पेट्रोलिंग नियमित रूप से करें।
पटना, जेएनएन। शहर की विधि व्यवस्था का जायजा लेने के लिए सोमवार को आधी रात प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और आइजी सेंट्रल संजय सिंह सड़क पर निकले। प्रमंडलीय आयुक्त ने पुलिस को निर्देश दिया कि रात में चलने वाले ऑटो का वेरीफिकेशन करें। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट के आस-पास के इलाकों में पेट्रोलिंग नियमित रूप से करें।
प्रमंडलीय आयुक्त ने निर्देश दिया कि पेट्रोलिंग पार्टी रात में सक्रिय रूप से कार्यशील रहें। अपराध से संबंधित शिकायत या सूचना मिलने पर तुरंत रिस्पांस करें। वरीय पदाधिकारियों को रात्रि गश्ती जांच करें। नागरिकों से अपील की कि किसी भी विषम परिस्थिति में रात के समय भी 100 नंबर पर कॉल करें। पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी। लंबित कांडों के जल्द से जल्द निष्पादन करने, शराब कारोबारी पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
विधि व्यवस्था को लेकर कई आवश्यक निर्देश
देर रात निकले प्रमंडलीय आयुक्त और आइजी सेंट्रल ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों की सतर्कता की जांच की। इसके साथ ही थानों का औचक निरीक्षण कर पुलिस बल, स्टेशन डायरी, पैदल गश्ती, पेट्रोलिंग पार्टी आदि से अवगत हुए एवं विधि व्यवस्था को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिए। सड़कों पर पुलिस की गश्ती की औचक जांच करते हुए प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और आइजी सेंट्रल संजय सिंह कोतवाली थाने पहुंचे। कोतवाली थाना पहुंच कर करीब एक घंटे रुके। इस दौरान थाने की स्टेशन डायरी को देखा। किन-किन इलाकों में पेट्रोलिंग पार्टी गश्ती पर निकली है, पैदल गश्ती हो रही है या नहीं, थाने में लंबित मामलों की क्या स्थिति है। शरावबंदी में जब्त वाहनों की क्या स्थिति है? इन तमाम बातों से अवगत हुए। शराब बिक्री करने वाले के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने, जब्त गाड़ियों की नीलामी की सूची बनाने व नीलामी शीघ्रता से करने को कहा। जिला पदाधिकारी को जब्त गाड़ियों को राज्यसात कर नीलामी का निर्देश दिया गया है।
एफआइआर दर्ज कराने वालों से करें अच्छा व्यवहार
प्रमंडलीय आयुक्त ने औचक निरीक्षण के दौरान पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि कोई भी नागरिक थाने में एफआइआर दर्ज करने आते हैं तो उनसे शालीनता पूर्वक व्यवहार करें। 100 नंबर पर शिकायत दर्ज होने पर कम से कम समय में गश्ती पार्टी घटनास्थल पर पहुंचे और आवश्यक कार्रवाई करे।