आसरा गृह कांड : मनीषा दयाल के बैंक अकाउंट खंगाल रही पुलिस
आसरा शेल्टर होम की संचालिका मनीषा दयाल से पूछताछ के बाद पुलिस अब उसके बैंक अकाउंट को खंगालेगी। पुलिस को जो साक्ष्य मिले हैं उससे लग रहा है कि वहां सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था।
पटना [जेएनएन]। राजीव नगर स्थित आसरा गृह की संचालिका मनीषा दयाल को जेल भेजने के बाद पुलिस उसके दो निजी बैंक अकाउंट की डिटेल लेगी। मनीषा के मोबाइल नंबर का सीडीआर जुटाने के बाद पुलिस का दावा है कि इस मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी होगी।
सिटी एसपी अमरकेश डी ने बताया कि शुक्रवार को बैंक बंद होने से कुछ अहम जानकारी हासिल नहीं हो सकी, लेकिन अब तब जो साक्ष्य मिले हैं, उससे साफ है कि आसरा गृह में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। इस मामले में कुछ और लोगों का नाम सामने आया है।
सिटी एसपी ने बताया कि आसरा गृह संचालित करने के लिए प्रथम चरण में चार माह में 22 लाख रुपए मिले थे, लेकिन पूरी रकम का हिसाब नहीं मिल रहा है। मनीषा के बैंक अकाउंट खंगालने के साथ ही चिरंतन के दो निजी खातों की जांच की जा रही है। पैसा किस मद में और कहां खर्च किया गया, इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस यह भी पता करने में जुटी है कि आसरा गृह में राशन सहित अन्य सामग्री की खरीद कहां से की जा रही थी। इतना तो साफ हो गया है कि जिस मकान में आसरा गृह चल रहा था, उसके मकान मालिक को किराया समय से दिया जा रहा था।
पड़ोसियों ने बताया - आधी रात को आती थीं लग्जरी गाडिय़ां
पुलिस ने आसपास के रहने वाले आधा दर्जन से अधिक लोगों का बयान दर्ज किया है, जिन्होंने बताया है कि आधी रात को आसरा गृह के बाहर लग्जरी गाडिय़ों से कुछ लोग आते रहे हैं। साथ ही ब्रजेश ठाकुर से उसके संबंधों के बारे में भी कुछ अहम जानकारी हाथ लगी है।
पुलिस ने मनीषा के फ्लैट से कुछ दस्तावेज हासिल किया है, जिसमें जमीन खरीद बिक्री की बात भी सामने आई है। यह खरीद बिक्री पिछले दो माह में हुई है। पुलिस ने मनीषा और चिरंतन के एक माह की कॉल रिकॉर्ड भी निकाली है।