देश विरोधी नारेबाजी को ले ताबड़तोड़ छापेमारी, वीडियो की जांच रिपोर्ट का इंतजार
पटना में बीते दिनों पाकिस्तान जिंदाबाद सहित अन्य आपत्तिजनक नारे लगाने वालों की खोज में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इस बीच एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पटना [वेब डेस्क]। बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के जुलूस के दौरान देशविरोधी नारे लगाए गए थे। इस सिलसिले में पुलिस ने इंडियन मोमिन फ्रंट के नेता मोहम्मद तौसिफ को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के सिलसिले में अन्य संदिग्धों की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी में लगी हुई है। इस बीच जुलूस के वायरल हो चुके वीडियो की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट का भी इंतजार है।
जाकिर नाईके के समर्थन में निकाला जुलूस
विदित हो कि शुक्रवार को पॉपुलर फ्रंट ने पटना में एआइएमआइएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी व मुस्लिम धर्मप्रचारक डॉ. जाकिर नाइक के समर्थन में जुलूस निकाला था, जिसमें 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए गए थे। कहा जा रहा है कि जूलूस के दौरान अन्य आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए थे।
आपत्तिजनक नारेबाजी को ले एक गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने पटना के पीरबहोर थाना के एफआइआर दर्ज किया। इस सिलसिले में प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि मो. तौसिफ रैली जुलूस को लीड कर रहा था। पुलिस ने उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। तौसिफ मूलत: मधुबनी के बेनीपट्टी का रहने वाला है। वह दरभंगा के एक कॉलेज में बीए थर्ड ईयर का छात्र तथा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के मिथिलांचल जोन का सचिव है। जुलूस में तीन अन्य संगठनों के कार्यकर्ता भी थे।
पॉपुलर फ्रंट ने निकाला था जुलूस
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने पटना साइंस कॉलेज से कारगिल चौक तक जुलूस निकाला था। इसमें सामने चल रहे कुछ युवक 'पाकिस्तान जिंदाबाद' चिल्ला रहे थे। बिहार में यह पहला मौका है, जब किसी रैली या प्रदर्शन में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए हैं। पॉपुलर फ्रंट का कार्यालय पटना के आलमंगज में गुलशन अपार्टमेंट में है।
संदिग्धों की तलाश में पुलिस
पुलिस के अनुसार घटना को लेकर तौसिफ सहित जुलूस में शामिल सौ से अधिक अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। इनमें तौसिफ को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष की तलाश में छापेमारी जारी है। सूत्रों के अनुसार संदिग्धों की तलाश में पुलिस पटना सहित मधुबनी व दरभंगा आदि जिलों में भी दबिश दे रही है।
वीडियो की हो रही जांच
घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जुलूस के वीडियो की भी जांच की जा रही है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने भी वीडियो को तत्काल दिल्ली स्थित लैब में जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस को अब वीडियो की जांच रिपोर्ट का इंतजार है।