पुलिस मुख्यालय भवन तैयार, नौ तीव्रता के भूकंप में भी रहेगा सुरक्षित
पटना में पुन: एक ऐसी बिल्डिंग बनकर तैयार है, जो बिहार में अपनी तरह की अकेली है।
पटना । पटना में पुन: एक ऐसी बिल्डिंग बनकर तैयार है, जो बिहार में अपनी तरह की अकेली है। राजधानी पटना के बेली रोड में बने पुलिस मुख्यालय भवन का जल्द उद्घाटन होगा। इसमें कई ऐसी सुविधाएं हैं, जो बिहार के किसी भी सरकारी या निजी कांप्लेक्स में नहीं हैं। जल्द ही इस भवन के उद्घाटन की तारीख तय होगी। : बेसमेट के साथ सात फ्लोर की है भवन की ऊंचाई :
यह बिल्डिंग साढ़े पांच लाख वर्गफीट में बनी है। पूरा परिसर 6.9 एकड़ का है। भवन की ऊंचाई बेसमेट के साथ सात फ्लोर की है। नागर विमानन मंत्रालय के परामर्श के बाद पुलिस मुख्यालय भवन के ऊपर हेलीपैड भी बनकर तैयार है। जल्द ही इसका ट्रायल भी होगा। भवन के ऊपर बने हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर को उतारा जा सकेगा। पहली बार बेस आइसोलेशन तकनीक का इस्तेमाल :
बिहार में यह पहला भवन है, जो बेस आइसोलेशन तकनीक के आधार पर बना है। इस तकनीक की खासियत यह है कि रिक्टर स्केल पर अगर नौ की तीव्रता के साथ भी भूकंप आता है तो इस भवन को कुछ नहीं होगा। भूकंप के समय भी यह भवन पूरी तरह से ऑपरेशनल रहेगा। भवन में दस दिनों का पावर बैकअप रहेगा :
पुलिस मुख्यालय भवन की खासियत यह भी है कि अगर दस दिनों तक सूबे में सभी जगहों पर बिजली कटी रहती है, तो भी इस भवन में बिजली रहेगी। इस तरह के उपकरण यहां लगाए गए हैं कि दस दिनों का पावर बैकअप रहेगा। इसके अतिरिक्त सोलर पावर से भी लैस किया गया है। यहां इस्तेमाल होने वाला पानी बाहर नहीं जाएगा। परिसर में वाटर ट्रीटमेट प्लांट लगाया गया है। इसके अतिरिक्त कचरे के शोधन के लिए सीवेज ट्रीटमेट प्लांट भी काम करेगा। परिसर में साढ़े चार सौ वाहनों की अंडर ग्राउंड पार्किग हो सकेगी। यह ग्रीन बिल्डिंग होगी। बगैर कार्ड स्वैप के भीतर नहीं जा सकेगा कोई :
पुलिस और गृह विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी इसका इस्तेमाल करेंगे, तो प्रवेश की व्यवस्था भी हाईटेक है। प्रवेश द्वार के तुरंत बाद एक हॉल है। उस हॉल में कई टर्मिनल बने हैं। वहां खास किस्म के इलेक्ट्रोनिक कार्ड के स्वैप के बगैर भीतर जाने का रास्ता ही नहीं खुलेगा।