पीएमसीएच किडनी प्रत्यारोपण के लिए तैयार, मरीजों का पंजीयन शुरू
सूबे के मरीजों के लिए बड़ी राहत की बात है।
पटना। सूबे के मरीजों के लिए बड़ी राहत की बात है कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) किडनी प्रत्यारोपण के लिए तैयार हो गया है। अस्पताल प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी करने के बाद दिल्ली एम्स के किडनी प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. वी. शीनू को अस्पताल के निरीक्षण के लिए शनिवार को पत्र लिखा है। अगले दस दिनों में वे अस्पताल का निरीक्षण करेंगे, उसके बाद पीएमसीएच में किडनी प्रत्यारोपण शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही पीएमसीएच में किडनी प्रत्यारोपण के लिए मरीजों का पंजीयन प्रारंभ हो गया है। अब तक दो मरीजों का पंजीयन अस्पताल के किडनी विभाग ने किया है।
स्वास्थ्यमंत्री ने दिया था जल्द शुरू करने का निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पीएमसीएच प्रशासन को निर्देश दिया है कि अस्पताल में जल्द से जल्द किडनी प्रत्यारोपण प्रारंभ किया जाए। पिछले चार माह से अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण के लिए तैयारी काफी जोर-शोर से चल रही थी। पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि डॉ. वी. शीनू के निरीक्षण करने के बाद अस्पताल में पहले किडनी प्रत्यारोपण के लिए तिथि निर्धारित कर दी जाएगी।
दिल्ली एम्स से होगा पीएमसीएच का समझौता
पीएमसीएच के किडनी यूनिट के हेड डॉ. अशोक सिंह का कहना है कि किडनी प्रत्यारोपण के लिए दिल्ली एम्स से समझौता करना होगा। भारत सरकार के नियमों के अनुसार किसी भी अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण के लिए किसी विशेषज्ञ की देखरेख में कम से कम 35 प्रत्यारोपण करना है। उसके बाद ही स्वतंत्र रूप से कोई भी अस्पताल किडनी प्रत्यारोपण कर सकता है। आइजीआइएमएस की तरह यहां भी डॉ. वी. शीनू के देखरेख में ही किडनी प्रत्यारोपण किया जाएगा।
केवल आइजीआइएमएस में प्रत्यारोपण की व्यवस्था
वर्तमान में राज्य में केवल आइजीआइएमएस में किडनी प्रत्यारोपण की व्यवस्था की गई है। आइजीआइएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल का कहना है कि यहां पर अब तक 39 किडनी प्रत्यारोपण हो चुका है और 10 मरीज अभी इंतजार में हैं। उन्हें भी जल्दी करने की कोशिश की जाएगी।