बीमार पौधों के लिए प्लांट हेल्थ क्लीनिक, करा सकेंगे इलाज
यदि आपके पेडड़ पौधे फल-फूल नहीं दे रहे और वह खिले खिले नहीं दिख रहे है तो अब आप इनका इलाज भी आसानी से करा सकेंगे
पटना [नीरज कुमार]। बागवानी के शौकीनों के लिए खुशखबरी है। राजधानी पटना के मीठापुर में पौधों के इलाज के लिए बकायदा एक अस्पताल खुल गया है। अस्पताल में आप अपने उस पौधे को लेकर आएं जिनकी सेहत ठीक नहीं है। यहां मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक इस प्लांट हेल्थ क्लीनिक में जांच करने के बाद पौधे का इलाज करेंगे। ध्यान रहे कि बीमार पौधों को गमलों में लेकर आना है। सूबे के इस पहले हाईटेक क्लीनिक ने काम शुरू कर दिया है।
प्रतिदिन दस पौधे की जांच : बिहार कृषि विश्वविद्यालय के तत्वावधान में स्थापित क्लीनिक का संचालन क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान कर रहा है। संस्थान के निदेशक डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि पांच से दस पौधे की जांच प्रतिदिन हो रही है।
मुफ्त में जांच और इलाज : बीमार पौधे की जांच के लिए कोई फीस नहीं ली जाती है। जांच रिपोर्ट उसी दिन पौधा मालिक को सौंप दी जाती है। उन्हें दवाओं की सलाह देने के साथ बताया जाता है कि किस तरह पौधे का रखरखाव करना है।
मिट्टी में खनिज तत्वों की कमी से पौधों नहीं आते फल-फूल :
डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि कई लोगों की शिकायत है कि पौधा बड़ा हो गया है, लेकिन उसमें फल या फूल नहीं आता है। ऐसे पौधों में मिट्टी के खनिज तत्वों में कमी पाई जाती है। अगर कमी दूर कर दी जाए तो पौधा फल देना शुरू कर देगा। इसके अलावा कई ऐसे भी मामले आ रहे हैं, जिसमें पौधे के समुचित विकास ना होने की शिकायत रहती है। उसकी जांच की व्यवस्था क्लीनिक में की गई है। यहां कृषि वैज्ञानिकों की टीम पौधों की जांच कर उन्हें उचित सलाह देती है।
हाईटेक नर्सरी भी है :
मीठापुर में प्लांट हेल्थ क्लीनिक के साथ एक हाईटेक नर्सरी भी तैयार की गई है। नर्सरी से लोगों को फूल-फल के पौधे मुहैया कराए जा रहे हैं। खेतों में लगाए जाने वाले पौधों के साथ घरेलू पौधे भी हैं। औषधीय पौधे भी मुहैया कराए जा रहे हैं। नर्सरी में एलोवेरा, बच, पीपल, तुलसी, सतावर सहित कई औषधीय पौधे हैं। फूल देने वाले पौधे भी उपलब्ध हैं। शो प्लांट कोचिया के पौधे तैयार किए जा रहे हैं।
आम, अमरूद व नींबू के पौधे :
आम, अमरुद, नींबू के पौधे किसानों की मांग के अनुसार मुहैया कराए जाते हैं। पौधे राज्यभर से आने वाले किसान ले जाते हैं। यहां पर दीघा का मालदह एवं आम्रपाली आम सहित कई तरह की नींबू के प्रजाति उपलब्ध है।