पुलिसकर्मियों की हत्या कर कैदी वैन से ही फरार होने की थी साजिश
15 मई को सिटी कोर्ट से बेउर जेल लौट रही कैदी वैन में बम फोड़ने के मामले में गुरु वार को कई खुलासे हुए।
पटना । 15 मई को सिटी कोर्ट से बेउर जेल लौट रही कैदी वैन में बम फोड़ने के मामले में गुरुवार को चौकाने वाला खुलासा हुआ। पेशी से लौटने के बाद सोनू, असलम और सिकंदर कैदी वैन में बम फोड़ने के बाद उसमें मौजूद पुलिसकर्मियों को गोली मारकर फरार होने की फिराक में थे। इस योजना के तहत ही पटना सिटी के बदमाशों ने कोर्ट परिसर में पेशी से लौटने के बाद तीनों बदमाशों को बम के साथ गोलियों से भरी रिवॉल्वर पहुंचाई थी। अगर बदमाश अपनी योजना में कामयाब हो जाते तो कैदी वैन से ही उसमें सवार सभी 22 कैदियों के साथ फरार हो जाते।
वारदात में शामिल थे पटना सिटी के सात बदमाश :
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि घटना के बाद कैदी वैन में बम ब्लास्ट की साजिश रचने वाले जेल में बंद कैदी सोनू और सिकंदर को पूछताछ के लिए 48 घटे की रिमाड पर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि सोनू (मालसलामी), सिकंदर (शास्त्रीनगर) के साथ जेल में बंद मो. असलम उर्फ कलकवा (सुल्तानगंज) और अविनाश कुमार उर्फ चंकी (बाईपास) साजिश में शामिल थे। जेल में बंद सोनू, असलम और अमरजीत घटना के 15 दिन पूर्व साजिश रच चुके थे। घटना को अंजाम देने के लिए सोनू, सिकंदर और असलम ने पटना सिटी के बदमाश अमरजीत और विक्की से संपर्क किया था। इसके बाद पुलिस ने अमरजीत की गिरफ्तारी के लिए पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र में छापेमारी कर मंगल तालाब से गिरफ्तार कर लिया। अमरजीत की निशानदेही पर उसके साथी विक्की कुमार, विक्की ताती, गोलू ठठेरा, सन्नी मलिक, गोलू कुमार और प्रकाश कुमार को गिरफ्तार किया। अमरजीत सहित गिरफ्तार सातों बदमाशों के पास पांच जिंदा बम, तीन पिस्टल और दर्जन भर जिंदा कारतूस बरामद हुए।
बम और हथियार के बदले मिले थे 50 हजार रुपये :
गिरफ्तार अमरजीत सहित सातों बदमाशों से पूछताछ के बाद पता चला कि इन्हें कैदी वैन में बम और हथियार उपलब्ध कराने के लिए्र 50 हजार रुपये उपलब्ध कराए गए थे। चौंकाने वाली बात यह है कि जेल में बंद होने के बाद भी सोनू, सिकंदर और असलम लगातार अमरजीत के संपर्क में थे। सभी एक दूसरे से अक्सर मोबाइल से बातचीत कर रहे थे। कोर्ट में पेशी केदौरान सामने से मुलाकात हुई थी। मामले में एक अपराधी के रिश्तेदार ने भी मदद की है। बम बनाने और हथियार उपलब्ध कराने के लिए 50 हजार रुपये अपराधी के रिश्तेदार ने दिए थे। इसके एवज में कोर्ट परिसर में ही फल के थैले में हथियार और बम उपलब्ध कराने थे। योजना के तहत यातायात जाम देखकर कैदी वैन की खिड़की पर सोनू, सिकंदर और असलम बम विस्फोट कर लॉक तोड़ते। कैदी वैन के पीछे अमरजीत और विक्की के साथ उनके साथ बाइक से कैदी वैन के पीछे चल रहे थे। कैदी वैन में बम विस्फोट के बाद मौजूद सुरक्षाकर्मियों को गोली मारकर वैन या फिर वैन के पीछे बाइक सवार बदमाशों के साथ फरार होना था।
बर्खास्त होंगे बदमाशों का साथ देने वाले पुलिसकर्मी :
मामले में सैप के पांच जवानों समेत कुल 18 पुलिसकर्मियों को घटना के दिन ही सस्पेंड कर दिया गया था। बदमाशों से पूछताछ में यह बात उजागर हो गई है कि इस काम में कुछ पुलिसकर्मी भी साथ दिए थे। एसएसपी ने दो टूक कहा कि जांच के बाद दोषी पुलिसकर्मी बर्खास्त किए जाएंगे और उनके खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।
क्या है मामला :
15 मई को पटना सिटी कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए दो कैदियों को पुलिस वालों के सामने ही झोले में बम और रिवॉल्वर थमा दी गई। पेशी के बाद 22 बंदियों को लेकर कैदी वाहन बेउर जेल चल पड़ा तो बेउर थाना क्षेत्र के दशहरा मोड़ पर वाहन में धमाका हो गया। चार बम फोड़े गए। हवाई फाय¨रग हुई। इन सबके बावजूद वाहन चालक जान हथेली पर रख कैदी वाहन को लेकर बेउर जेल गेट तक पहुंच गया।