'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारा लगा रहे सैदपुर-रामपुर वासी, जानें क्या है मामला
पटना में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच काम न होने की वजह से सैदपुर-रामपुर वासी आंदोलन की राह में उतर आए हैं।
By Edited By: Published: Thu, 14 Mar 2019 09:39 PM (IST)Updated: Fri, 15 Mar 2019 12:46 PM (IST)
पटना, जेएनएन। लोकसभा चुनाव के शंखनाद के साथ नेता जहां प्रचार में जुट गए हैं तो सेलेब्रिटी सभी से मतदान के अधिकार का प्रयोग करने को कह रहे हैं। इसके इतर पटना का एक एेसा इलाका भी जहां लोग वोट करने से बहिष्कार कर रहे हैं। राजेंद्र नगर स्थित एनसीसी कार्यालय के समीप से लेकर पटना सिटी अनुमंडल स्थित छोटी पहाड़ी तक जाने वाले सैदपुर-रामपुर नाला को पाट कर सड़क बनाई जाने की योजना अधर में है। इससे स्थानीय नागरिकों में आक्रोश हैं। अब पाटलिपुत्र नगर विकास समिति के बैनर तले नागरिकों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। बेहतर नतीजा न निकलने से नाराज लोगों ने अब सैदपुर-रामपुर में 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारा बुलंद कर दिया है।
नहर में गिरने से मर चुके हैं कई
समिति के अध्यक्ष रितेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। समिति के भुट्टो खान ने कहा कि करीब तीन किलोमीटर लंबे और 120 फीट से अधिक चौड़े इस खुले नहर से नागरिकों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। खतरनाक हो चुकी नहर में गिरने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। नहर के उत्तर व दक्षिण की सड़क पैदल चलने लायक नहीं है। इसे बनाने को लेकर मंत्रियों एवं जन प्रतिनिधियों ने कई बार वादा कर नागरिकों को ठगा है।
बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि क्षेत्र में घूम कर सैदपुर-रामपुर रोड नहीं तो वोट नहीं के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी, चुनाव आयोग, अनुमंडलाधिकारी तथा विधायक एवं मंत्री को आवेदन देकर पहले सूचित किया जाएगा। अशोक राजपथ समेत कई मार्ग के लिए यह सड़क बेहतर विकल्प साबित हो सकती है।
नहर में गिरने से मर चुके हैं कई
समिति के अध्यक्ष रितेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। समिति के भुट्टो खान ने कहा कि करीब तीन किलोमीटर लंबे और 120 फीट से अधिक चौड़े इस खुले नहर से नागरिकों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। खतरनाक हो चुकी नहर में गिरने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। नहर के उत्तर व दक्षिण की सड़क पैदल चलने लायक नहीं है। इसे बनाने को लेकर मंत्रियों एवं जन प्रतिनिधियों ने कई बार वादा कर नागरिकों को ठगा है।
बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि क्षेत्र में घूम कर सैदपुर-रामपुर रोड नहीं तो वोट नहीं के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी, चुनाव आयोग, अनुमंडलाधिकारी तथा विधायक एवं मंत्री को आवेदन देकर पहले सूचित किया जाएगा। अशोक राजपथ समेत कई मार्ग के लिए यह सड़क बेहतर विकल्प साबित हो सकती है।
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