राजधानी के बाजारों में लौटी रौनक, दुकानें खोलने को 17 तक के पास अब 31 मई तक मान्य
पटना के बाजारों की रौनक बढ़ गई है। रोज की अपेक्षा मंगलवार को लोगों की चहल-पहल दिखी। हॉट स्पॉट बने कई एरिया की दुकानें बंद रहीं।
पटना, जेएनएन। केंद्र सरकार के लॉकडाउन-4 की नई गाइडलाइन के बाद बिहार ने भी नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसमें सिर्फ एक नई छूट दी है। कपड़े की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई है, किंतु रेड और कंटेनमेंट जोन में यह छूट नहीं मिलेगी। पटना के बाजारों की रौनक बढ़ गई है। रोज की अपेक्षा मंगलवार को लोगों की चहल-पहल दिखी। 165 मामले के सामने आने से राजधानी रेड जोन में आ गई है। एेसे में हॉट स्पॉट बने कई एरिया की दुकानें बंद हैं। हालांकि व्यापारियों को बुधवार का इंतजार है।
कल से लौटेगी रौनक
पटना जिला प्रशासन ने भी बुधवार से कपड़े, फर्नीचर, बर्तन, साइकिल, स्पोट्र्स सामग्री और ड्राइ क्लीनिंग की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है। ये दुकानें सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को ही खुलेंगी। रेडीमेड व कपड़े की दुकान दिन में 11 से चार बजे तक ही खोली जा सकती हैं। अन्य सभी तरह की दुकानें सुबह छह से शाम छह बजे तक खोली जा सकेंगी। ई-कॉमर्स सेवा सप्ताह में सातों दिन जारी रहेगी।
रेड जोन में बंदिशें लागू
गृह विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि सभी प्रखंड मुख्यालयों में क्वारंटाइन केंद्रों में बाहर से आ रहे मजदूरों को रखा जा रहा है। लिहाजा यहां संक्रमण का खतरा भी सबसे ज्यादा है। ऐसे में सभी प्रखंड मुख्यालय रेड जोन में रहेंगे, यहां लॉकडाउन-1 की तरह तमाम बंदिशें लागू रहेंगी।
एसी, कूलर, पंखा खरीदने के लिए दुकानों में लग रही भीड़
राजधानी की इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों पर एसी, कूलर, पंखा के लिए दुकानों पर भीड़ लग रही है। सोमवार से चश्मा की दुकानों को भी खोलने की छूट दी गई है। चश्मा की प्रमुख मंडी नाला रोड में दुकानदारों ने पहले दिन साफ-सफाई कर सैनिटाइज करते दिखाई दिए। मंगलवार को भी ग्राहकों की संख्या एक दिन की अपेक्षा अधिक दिखी। दुकानदार संजय कुमार ने बताया कि दुकान बंद होने से आर्थिक संकट होने के साथ-साथ सामान की सुरक्षा की चिंता बनी हुई थी। राजा बाजार के दुकानदार दीपक कुमार ने बताया कि प्रशासन के आदेश के अनुपालन में दुकानें बंद थीं। गर्मी बढ़ने के साथ-साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों में भीड़ अधिक होने लगी है। हालांकि शरीरिक दूरी का पालन करने और दुकान खोलने के लिए समय सीमा तय होने के कारण लोगों को खरीदारी के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।