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पटना में जब एक साथ निकलीं छह अर्थियां, शवयात्रा को देख रो पड़े लोग

गंगा नदी में नहाने के दौरान हुए हादसे में डूबे छह लोगों के शव को जलाने के लिए जब एक साथ छह अर्थियां निकलीं तो देखने वालों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 07 Nov 2017 10:18 AM (IST)Updated: Tue, 07 Nov 2017 03:43 PM (IST)
पटना में जब एक साथ निकलीं छह अर्थियां, शवयात्रा को देख रो पड़े लोग
पटना में जब एक साथ निकलीं छह अर्थियां, शवयात्रा को देख रो पड़े लोग

पटना [जेएनएन]। फतुहा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर नोहटा से सोमवार को जब एक साथ छह अर्थियां निकलीं तो देखने वालों के आंसू थम नहीं रहे थे। इसके बाद एक-एक कर छह शवों का एक साथ फतुहा के सम्मसपुर स्थित श्मशान घाट पर दाह-संस्कार किया। बता दें कि रविवार को गंगा स्नान करने के दौरान 11 लोगाें में से सात लोगों की डूबकर मौत हो गई थी।

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छह घरों में पसरा है मातमी सन्नाटा, नहीं जले चूल्हे

रविवार को गंगा नदी में हुए हादसे में जहां राधेश्याम की एक बेटी की मौत से उसका पूरा परिवार उजड़ गया। उसकी पत्नी की भी मौत पूर्व में हो चुकी है। वहीं बिहारी यादव भी बेऔलाद हो गया है। इस हादसे में उसके दो बेटे गौतम और गौरव की मौत हो गई।

वहीं पड़ोेस के ही भोला यादव के बेटे साहिल और उसके भाई शंकर यादव की पत्नी रंजू देवी उर्फ उषा और उसकी एक बेटी छोटी की भी मौत होने से पूरा परिवार सदमे में है। वहीं अरुण कुमार की पुत्री आरती की भी हादसे में मौत हुई है, जबकि घटना में रामबलि यादव उर्फ राजू की पुत्री काजल का शव अब तक बरामद नहीं हुआ है। छह परिवारों के घरों में मातमी सन्नाटा पसरा है और कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले हैं।

विधायक का ग्रामीणों ने किया जोरदार विरोध

सोमवार को पहुंचे स्थानीय विधायक डाॅ रामानंद यादव का मिर्जापुर नोहटा के दर्जनों युवकों ने नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष संजय गोप के नेतृत्व में जमकर विरोध किया। संजय गोप ने बताया कि विधायक जी को रविवार को घटना के समय से ही लगभग 100 बार फोन किया गया। बावजूद इसके इन्होंने फोन नहीं उठाया।

रात में चुपके से आकर परिजनों से मिलकर चले गए। इस पर विधायक डाॅ रामानंद यादव ने लोगों को कहा कि वे पूर्व मंत्री मुंद्रिका प्रसाद यादव के श्राद्धकर्म में गए थे, जिसके कारण रविवार को घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाए।

विधायक ने कहा अगर एसडीआरएफ की टीम फतुहा में होती तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर जल्द ही फतुहा में एसडीआरएफ और अग्निशामक की स्थायी व्यवस्था करने की मांग करने की बात कही।

एसडीआरएफ ने बच्चे का शव बरामद किया

सोमवार को लापता बच्चों के शव खोजने के लिए सुबह से ही सीओ संजीव कुमार, बीडीआे राकेश कुमार, थानाध्यक्ष नसीम अहमद के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम शव खोजने में जुटी थी। दोपहर बाद मिर्जापुर नोहटा निवासी बिहारी यादव के पुत्र गौरव का शव नदी से निकाला गया। वहीं रामबलि यादव की पुत्री काजल कुमारी का शव देर शाम तक नहीं मिल पाया था।

मृतक के परिजनों को चार-चार लाख का चेक मिला

हादसे में मृतक सभी छह लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का चेक रविवार को दे दिया गया। वहीं सोमवार को मिले गौरव के शव के बाद उसके पिता बिहारी यादव को चार लाख रुपए का चेक सीओ संजीव कुमार ने दिया। इधर, गंगा नदी हादसे में सात बच्चे-बच्चियों का हुई मौत मामले में घटनास्थल वैशाली जिले के राघोपुर के बहरामपुर इलाके के सामने गंगा नदी में होनेे के कारण रूस्तमपुर ओपी में मामला दर्ज किया गया है।


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