ना बैंड-बाजा ना बाराती, ना मंडप ना ही फेरे, कुछ इस तरह हुई प्रेमी जोड़े की शादी
पश्चिमी चंपारण में प्रेमी अपनी प्रेमिका से मिलने उसके कमरे में रात में पहुंचा। लोगों ने दोनों को कमरे में बंद कर दिया। पंचायत बैठी और दोनों की शआदी करा दी गई।
पटना, जेएनएन। प्रेमिका से मिलने आया था प्रेमी, ग्रामीणों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने उसे प्रेमिका के कमरे में ही बंद कर दिया। को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और आनन-फानन में पंचायत बुलाकर दोनों की शादी करा दी। हालांकि पंचों ने लड़का-लड़की दोनों से शादी के लिए पूछा तो उन्होंने हामी भर दी। फिर क्या था-ना पंडित, ना मंत्र उच्चारण, न बैंड-बाजा ना बाराती, न तो मंदिर ना ही भगवान। बस गांव के कुछ लोगों के सामने दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा।
घटना केसरिया थाना के कोन्हिया गांव की है जहां देर रात अपनी प्रेमिका से मिलने लड़का साहेबगंज से आया था जिसकी भनक गांव के कुछ लोगों को लग गई। लोगों ने लड़के को पकड़ कर उसी घर में बंद कर दिया। बिना अग्रिम सूचना के पंचायत बैठी और यह फैसला हुआ कि दोनों की तत्काल शादी करा दी जाए। पंचों ने फैसले के पहले लड़का और लड़की से शादी के लिए पूछा तो दोनों शादी के लिए तैयार हो गए।
लड़के ने बताया कि वे दोनों एक दूसरे को पिछले छह महीने से जानते हैं और एक दूसरे के साथ ही रहना चाहते हैं। दोनों की रजामंदी मिलने के बाद पंचों ने कहा कि अब किसी पंडित और मंत्रों की जरूरत नहीं है, सिर्फ सिंदूर मंगा कर दोनों की शादी करा दी जाए। लड़की के परिजन सिंदूर लेकर आए और लड़के ने लड़की की मांग भर दी। आपको बता दें कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस मौजूद थे और सबकुछ पुलिस की निगरानी में हुआ।