उबले अंडे और शहद खाकर ठंड भगा रहा भालू, बेड पर सोकर ब्लोअर से ले रहा गर्म हवा के मजे
जानवरों को भी ठंड सताने लगी है। संजय गांधी जैविक उद्यान में पशु-पक्षियों को ठंड से बचाव के लिए जानवरों के केज में लकड़ी के प्लेटफॉर्म और ब्लोअर लगाए गए हैं। सिर्फ यही नहीं जानवरों के खान-पान में भी बदलाव किए गए हैं।
पटना, जेएनएन। जैसे-जैसे ठंड ने दस्तक देना शुरू किया है, वैसे-वैसे लोगों के खान-पान और पहनावे में बदलाव दिखने लगा है। लोग गर्म कपड़े पहनने लगे हैं। ऐसे बदलाव इंसान के साथ ही पशु-पक्षियों के भी जीवन में आये हैं। जानवरों को भी ठंड सताने लगी है। संजय गांधी जैविक उद्यान में पशु-पक्षियों को ठंड से बचाव के लिए जानवरों के केज में लकड़ी के प्लेटफॉर्म और ब्लोअर लगाए गए हैं। सिर्फ यही नहीं जानवरों के खान-पान में भी बदलाव किए गए हैं।
भालू को दिया जा रहा उबला अंडा
भालू को उसके खाने में बदलाव कर ठंड के मौसम में उसे उबला हुआ अंडा खाने के लिए दिया जा रहा है। भालू को ठंड से बचाने के लिए उसके केज में हीटर और ब्लोअर लगाया गया है, ताकि भालू का केज गर्म रह सके। इसके साथ ही भालू के केज को फूस से घेरा गया है।
केज में कई तरह के बदलाव किए गए
संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक अमित कुमार कहते हैं कि पशु-पक्षियों को ठंड से बचाव कर उनके केज में कई तरह के बदलाव किए गए हैं। अलग-अलग जानवरों के केज में जरूरत के अनुसार व्यवस्था की गई है।
दर्शक स्थल पर दवा का छिड़काव
कोविड-19 से बचाव के लिए सभी केजों के बाहर दर्शकों के दर्शक स्थल पर दवा का छिड़काव और शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है।
उबले अंडे के साथ शहद भी खा रहा भालू
ठंड के मौसम में उबले हुए अंडे के साथ भालू को शहद भी दिया जा रहा है, ताकि भालू स्वस्थ और फिट रह सके। जानवरों के रख रखाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
हाल के दौरान एक शेर की हो गई थी मौत
इसी हफ्ते पटना जू में एक शेर की मौत हो गई थी। जू का प्रशासन इसको लेकर काफी परेशान रहा। हालांकि शेर की मौत के कारण अभी सामने नहीं आये हैं। इसके बावजूद जू बाकी जानवरों के लिए काफी सतर्कता बरत रहा है। सभी जानवरों को ठंड से बचाने के लिए जरूरी इंतजाम किए गए हैं।