PU में 26 विषयों में PHD के लिए होगा टेस्ट, NET-JRF वालों को नहीं करना होगा आवेदन Patna News
पटना विश्वविद्यालय में पीएचडी में नामाकन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। नामांकन के लिए परीक्षा सात सितंबर को होगी।
By Edited By: Published: Thu, 18 Jul 2019 10:25 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jul 2019 09:58 AM (IST)
पटना, जेएनएन। पटना विश्वविद्यालय में पीएचडी में नामाकन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। नामांकन के लिए परीक्षा सात सितंबर को होगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 31 अगस्त तक स्वीकार किए जाएंगे। आवेदन के लिए स्नातकोत्तर में न्यूनतम 55 फीसद अंक अनिवार्य है। एससी, एसटी, ओबीसी, ईबीसी, दिव्यांग अभ्यर्थियों को न्यूनतम योग्यता में पाच फीसद की छूट मिलेगी।
डीएसडब्ल्यू प्रो. एनके झा ने बताया कि इस बार 26 विभागों में पीएचडी की 663 सीटों पर नामांकन परीक्षा आयोजित की जाएगी। सबसे अधिक 135 सीटें केमेस्ट्री विभाग में हैं। आवेदन और शुल्क ऑनलाइन ही स्वीकार किए जाएंगे। इसके लिए वेबसाइट (www.puonline.co.in) पर लिंक उपलब्ध करा दिया गया है। एससी और एसटी कैटेगरी के अभ्यर्थियों को 700 रुपये तथा अन्य कैटेगरी के अभ्यर्थियों को एक हजार रुपये शुल्क जमा करना होगा। सिलेबस व परीक्षा से संबंधित अन्य जानकारी जल्द ही वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी।
नामाकन के लिए सीटें
पीएचडी में नामांकन के लिए म्यूजिक में आठ, स्टेटिस्टिक्स में पांच, अरबी में तीन, सोशियोलॉजी में तीन, पीएमआइआर में आठ, जियोलॉजी में 49, गणित में 47, प्राचीन इतिहास व पुरात्तव में 21, विधि में सात, साइकोलॉजी में 28, संस्कृत में 30, दर्शनशास्त्र में में 23, बॉटनी में 54, पॉलिटिकल साइंस में 15, अंग्रेजी में 32, हिंदी में 29, मैथिली में 27, फारसी में 21, अर्थशास्त्र में छह, इतिहास में 11, होम साइंस में 20, केमेस्ट्री में 135, फिजिक्स में 20, जूलॉजी में 42, कॉमर्स में 17, एजुकेशन में दो सीटें चिह्नित की गई हैं।
शिक्षक के अभाव में वोकेशनल कोर्स में नामांकन नहीं
स्थायी शिक्षकों के अभाव में विश्वविद्यालय में वोकेशनल कोर्स में पीएचडी में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। पत्रकारिता, एमबीए, वीमेंस स्टडीज सहित एक दर्जन वोकेशनल कोर्स में पीएचडी के लिए सीटे चिह्नित नहीं की गई हैं। यूजीसी के नए प्रावधान के तहत जिन विषयों में नियमित शिक्षक हैं, उसमें ही पीएचडी के लिए नामांकन होगा। दूसरे विषय या सेवानिवृत्त शिक्षक वोकेशनल कोर्स के गाइड नहीं बन सकते हैं। पीयू के वोकेशनल कोर्स किसी विभाग से संबद्ध कर चलाए जा रहे हैं। नियमित शिक्षक के अभाव में छात्रों को नामांकन से वंचित होना पड़ रहा है।
नेट व जेआरएफ अभ्यर्थियों को आवेदन की जरूरत नहीं
यूजीसी नेट और जेआरएफ में सफल विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होने की बाध्यता नहीं है। उन्हें साक्षात्कार में शामिल होने का अवसर मिलेगा। राजभवन से पीएचडी में नामांकन के लिए जारी नए प्रावधान के तहत नामांकन होगा।
डीएसडब्ल्यू प्रो. एनके झा ने बताया कि इस बार 26 विभागों में पीएचडी की 663 सीटों पर नामांकन परीक्षा आयोजित की जाएगी। सबसे अधिक 135 सीटें केमेस्ट्री विभाग में हैं। आवेदन और शुल्क ऑनलाइन ही स्वीकार किए जाएंगे। इसके लिए वेबसाइट (www.puonline.co.in) पर लिंक उपलब्ध करा दिया गया है। एससी और एसटी कैटेगरी के अभ्यर्थियों को 700 रुपये तथा अन्य कैटेगरी के अभ्यर्थियों को एक हजार रुपये शुल्क जमा करना होगा। सिलेबस व परीक्षा से संबंधित अन्य जानकारी जल्द ही वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी।
नामाकन के लिए सीटें
पीएचडी में नामांकन के लिए म्यूजिक में आठ, स्टेटिस्टिक्स में पांच, अरबी में तीन, सोशियोलॉजी में तीन, पीएमआइआर में आठ, जियोलॉजी में 49, गणित में 47, प्राचीन इतिहास व पुरात्तव में 21, विधि में सात, साइकोलॉजी में 28, संस्कृत में 30, दर्शनशास्त्र में में 23, बॉटनी में 54, पॉलिटिकल साइंस में 15, अंग्रेजी में 32, हिंदी में 29, मैथिली में 27, फारसी में 21, अर्थशास्त्र में छह, इतिहास में 11, होम साइंस में 20, केमेस्ट्री में 135, फिजिक्स में 20, जूलॉजी में 42, कॉमर्स में 17, एजुकेशन में दो सीटें चिह्नित की गई हैं।
शिक्षक के अभाव में वोकेशनल कोर्स में नामांकन नहीं
स्थायी शिक्षकों के अभाव में विश्वविद्यालय में वोकेशनल कोर्स में पीएचडी में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। पत्रकारिता, एमबीए, वीमेंस स्टडीज सहित एक दर्जन वोकेशनल कोर्स में पीएचडी के लिए सीटे चिह्नित नहीं की गई हैं। यूजीसी के नए प्रावधान के तहत जिन विषयों में नियमित शिक्षक हैं, उसमें ही पीएचडी के लिए नामांकन होगा। दूसरे विषय या सेवानिवृत्त शिक्षक वोकेशनल कोर्स के गाइड नहीं बन सकते हैं। पीयू के वोकेशनल कोर्स किसी विभाग से संबद्ध कर चलाए जा रहे हैं। नियमित शिक्षक के अभाव में छात्रों को नामांकन से वंचित होना पड़ रहा है।
नेट व जेआरएफ अभ्यर्थियों को आवेदन की जरूरत नहीं
यूजीसी नेट और जेआरएफ में सफल विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होने की बाध्यता नहीं है। उन्हें साक्षात्कार में शामिल होने का अवसर मिलेगा। राजभवन से पीएचडी में नामांकन के लिए जारी नए प्रावधान के तहत नामांकन होगा।
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