पटना विश्वविद्याल छात्र संघ चुनाव का बजने वाला है बिगुल, पीयू में राजनीतिक सरगर्मी तेज
Patna University News पुसु चुनाव का बिगुल बजने वाला है। विश्वविद्यालय की ओर से छात्र संघ चुनाव की तैयारियां आरंभ कर दी गई हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से 15 फरवरी के बाद चुनाव कराने की कवायद हो रही है।
जागरण संवाददाता, पटना: पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ (पुसु) चुनाव का बिगुल बजने वाला है। विश्वविद्यालय की ओर से छात्र संघ चुनाव की तैयारियां आरंभ कर दी गई हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से 15 फरवरी के बाद चुनाव कराने की कवायद हो रही है। कोरोना संक्रमण के कारण बीते दो सत्रों से छात्र संघ का चुनाव नहीं हो रहा है। छात्रसंघ चुनाव लिंगदोह कमेटी की सिफारिश के अनुसार कराया जाएगा। पटना विश्वविद्यालय की स्नातक प्रथम वर्ष की नामांकन प्रक्रिया 23 दिसंबर तक संपन्न होगी। अभी खेल कोटा व कैजुअल नामांकन चल रहा है। इसके बाद पीजी की नामांकन प्रक्रिया आरंभ होगी। पीजी एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में भी नामांकन प्रक्रिया 15 फरवरी तक पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद छात्र संघ चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी की जाएगी।
पटना वीमेंस कालेज भी होगा शामिल
कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने बताया कि छात्रसंघ चुनाव में पटना वीमेंस कालेज सहित सभी कालेजों के स्नातक व पीजी के नियमित व व्यावसायिक कोर्स के छात्र-छात्राएं वोटिंग करेंगे। यह संख्या लगभग 15 हजार के करीब होगी। पटना वीमेंस कालेज का रजिस्ट्रेशन विवि करता है, ऐसे में यह विवि का ही अंग है। ऐसे में चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेना अनिवार्य है।
- - 15 फरवरी के बाद होगा पटना विवि का छात्रसंघ चुनाव
- - 15 हजार छात्र मतदान में लेंगे भाग
- - पटना विवि छात्र संघ चुनाव की सुगबुगाहट, स्नातक की नामांकन प्रक्रिया 23 तक होगी पूरी
- - 15 फरवरी से पहले पूरा होगा पटना विवि पीजी व व्यावसायिक कोर्स का नामांकन
75 फीसद उपस्थिति अनिवार्य
पटना विवि का छात्रसंघ चुनाव पूरी तरह लिंगदोह कमेटी के सिफारिशों के अनुसार होगा। चुनाव लडऩे के लिए न्यूनतम 75 फीसद उपस्थिति अनिवार्य है। चुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए छात्र या छात्रा के ऊपर किसी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई या प्राथमिकी दर्ज नहीं होनी चाहिए।
चुनाव को लेकर छात्र नेताओं की गतिविधियां तेज
पटना विवि छात्र संघ चुनाव की सुगबुगाहट होते ही छात्र नेता व छात्र संगठनों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। छात्रहित की मुद्दों को लेकर छात्र संगठन व छात्र नेता आगे आने लगे हैं। लगातार छात्रों की मांग को कुलपति के समक्ष उठाने लगे हैं।